नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को सोमवार को होने वाले एक कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'बंगबिभूषण' नहीं मिलेगा। उनके परिवार के सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। इस संबंध में सेन ने पहले ही राज्य सरकार को सूचित भी कर दिया था।
गौरतलब है कि पुरस्कार समारोह का आयोजन सोमवार यानी आज कोलकाता में होना है। परिवार के एक सदस्य ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया, "88 वर्षीय नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन इस समय यूरोप में हैं।"
सेन के परिवार की एक सदस्य ने पीटीआई-भाषा से कहा, “वह इस समय यूरोप में हैं।”
सेन की बेटी अंतरा देव सेन ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा, “उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं और वह चाहते हैं कि बंग विभूषण सम्मान दूसरों को दिया जाए।”
बता दें कि माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले में मंत्री पार्थ चटर्जी की गिफ्तारी के बाद सेन सहित संभावित प्राप्तकर्ताओं से टीएमसी सरकार से पुरस्कार प्राप्त नहीं करने की सार्वजनिक अपील की थी।
एक पारिवारिक सूत्र ने बताया कि करीब 10 दिन पहले ब्रिटेन के लिए रवाना हुए सेन ने राज्य सरकार को सूचित किया था कि जिस दिन पुरस्कार दिया जाएगा वह भारत में नहीं होंगे और यह किसी और को दिया जाना चाहिए। सूत्र ने कहा, "जब उन्हें सूचित किया गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भारत में नहीं रहेंगे और इसे स्वीकार नहीं कर पाएंगे। इसलिए, इसे किसी और को देना सबसे अच्छा होगा।"
बता दें कि बंग विभूषण सम्मान के लिए अमर्त्य सेन के नाम की घोषणा शनिवार को की गई थी। ये सम्मान पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में सेवाओं का सम्मान करने के लिए प्रदान किया जाता है।