केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए उस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के कार्यकाल के दौरान 'भ्रष्टाचार' करने का आरोप लगाया। उन्होंने इस दौरान भ्रष्टाचार नाथ शब्द का इस्तेमाल किया।
शाह ने मध्य प्रदेश के मंडला में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "51 से अधिक गरीब कल्याण योजनाएं इस भ्रष्टाचार नाथ ने बंद कर दीं...सीएमओ धन संग्रह कार्यालय बन गया। कांग्रेस कार्य समिति 'भ्रष्टाचार कार्य समिति' बन गई।"
बता दें कि अमित शाह मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की 'जन आशीर्वाद यात्रा' को हरी झंडी दिखाने के लिए मध्य प्रदेश के जबलपुर पहुंचे। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाह का स्वागत किया।
गौरतलब है कि भाजपा मध्य प्रदेश में पांच अलग-अलग स्थानों से यात्राएं निकाल रही है, जो एक जन-संपर्क कार्यक्रम है, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ये यात्राएं 25 सितंबर को राज्य की राजधानी भोपाल में 'कार्यकर्ता महाकुंभ' के साथ समाप्त होंगी।
इसके अलावा, शिवराज सिंह चौहान सरकार की प्रशंसा करते हुए, शाह ने इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में शुरू किए गए साक्षरता अभियान के लिए सीएम को बधाई दी, जिसने मानल्दा को पूरी तरह कार्यात्मक साक्षर जिला घोषित करना सुनिश्चित किया।
शाह ने कहा, "हाल ही में मंडला जिले को पूर्णतः कार्यात्मक साक्षर जिला घोषित किया गया है। मैं इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में शुरू किए गए साक्षरता अभियान के लिए शिवराज सिंह जी को बधाई देता हूं।"
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश में सर्वांगीण विकास कर हर वर्ग को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान की है। शाह ने यह भी कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही थे जिन्होंने कहा था कि उनकी सरकार दलित, आदिवासी, पिछड़ों और गरीबों के लिए है जबकि यूपीए सरकार केवल 'तुष्टिकरण की राजनीति' पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
उन्होंने कहा,''पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश की तिजोरी पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। वह सरकार सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति में लगी थी, लेकिन 2014 में जब पीएम ने पहली बार संसद को संबोधित किया तो कहा कि उनकी सरकार दलित, आदिवासी, पिछड़ों और गरीबों के लिए है।"