इसी साल फरवरी माह में राजधानी दिल्ली में दूसरे धर्म की लड़की से प्यार करने के कारण जान गंवाने वाले अंकित सक्सेना के परिवार ने रविवार को (3 जून) हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की नई मिसाल पेश की। अंकित के परिवार ने रमजान के इस महीने में रविवार को इफ्तार का इंतजाम किया। इफ्तार पार्टी का ऐलान सक्सेना परिवार ने पहले ही कर दिया था। अंकित के पिता ने उसी जगह पर इफ्तार पार्टी दी, जहां उनके बेटे का मर्डर हुआ था।
इकलौते बेटे को अपनी आंखों के सामने खोने के बाद अंकित के माता-पिता ऐसा करके प्रेम और भाईचारे का पैगाम देने की कोशिश की है। इफ्तार पार्टी अंकित सक्सेना की याद में बनाए गए ट्रस्ट, उसके दोस्त, परिवार और पड़ोसियों की मदद से किया गया।
परिवार ने 3 जून को किया था इफ्तार पार्टी देने का ऐलान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंकित सक्सेना के पिता यशपाल सक्सेना ने तीन जून को इफ्तार पार्टी देने का ऐलान किया था। उनका मकसद था कि अंकित के बहाने समाज में भाईचारा बढ़े। इफ्तार के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा सभी धर्मों से जुड़े लोगों को निमंत्रण भेजा जाएगा। इतना ही नहीं अंकित सक्सेना के पिता अंकित के नाम से एक ट्रस्ट बनाने पर भी विचार कर रहे हैं।
नहीं चाहता कि जैसा मेरे बेटे के साथ हुआ वैसा किसी और के साथ हो: पिता
अंकित के पिता यशपाल सक्सेना का कहना है कि उनकी यह इफ्तार पार्टी दोनों धर्मो के बीच पैदा हुई नफरत की दीवार को मिटाने की एक कोशिश है। वो नहीं चाहते कि जैसा उनके बेटे अंकित के साथ हुआ वो किसी और के बेटे के साथ हो।
क्या था मामला?
इसी साल 1 फरवरी की रात 8 बजे ख्याला थाने के अंतर्गत आने वाले रघुबीर नगर इलाके में अंकित घर से अपनी सेंट्रों कार में जा रहा था। उस दौरान पहले से रास्ते में मौजूद उसकी महिला मित्र सलीमा के परिवारवालों ने उसकी गाड़ी को रोका और उसे उतारकर मारने-पीटने लगे।
इस बीच अंकित की मां भी वहां पहुंच गई। उनके साथ भी मारपीट की गई। अपनी मां को पिटता देख जब अंकित बीच-बचाव करने आया तो उसकी महिला मित्र की मां, पिता, मामा और नाबालिग भाई ने अंकित को दबोच लिया और पिता ने उसके गले पर चाकू से वार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे।