एयरचीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने शनिवार को कहा कि संघर्ष का क्षेत्र व्यापक हो गया है और इसलिए सशस्त्र सेना को विभिन्न फ्रंट पर आने वाले खतरों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। महाराष्ट्र के पुणे में शनिवार 7 नवंबर को नेशनल डिफेंस एकेडमी के 139वें कोर्स की पासिंग आउट परेड हुई। एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
पासिंग आउट परेड में 217 कैडेट्स बतौर ऑफिसर शामिल किए गए। अब इन्हें सेना, वायुसेना और नौसेना के लिए अगले एक साल तक विशेष प्रशिक्षण दी जाएगी। उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (डीएम) के गठन पर प्रसन्नता जताई और इसे देश के लिए डिफेंस में क्रांति बताया। 139वें कोर्स के पासिंग आउट परेड की समीक्षा के बाद वे नेशनल डिफेंस अकेडमी (एनडीए) के कैडेट को संबोधित कर रहे थे। भदौरिया ने कहा, 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति और डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (डीएमए) का गठन हमारे देश में सुरक्षा क्रांति का ऐतिहासिक फेज है।'
उन्होंने आगे बताया, 'हमारी सशस्त्र सेना को विभिन्न फ्रंट से आ रहे हाइब्रिड खतरों के लिए तैयार रहना होगा। सभी स्तर पर हर समय काफी अधिक ज्ञान, समर्पण, प्रतिबद्धता और त्याग की जरूरत है जिसके लिए प्रत्येक सर्विस और देश उम्मीद रखता है।' 139वां एनडीए कोर्स की कंवोकेशन सेरेमनी का शुक्रवार को आयोजन किया गया। कुल 217 कैडेट को जवाहर लाल यूनिवर्सिटी की डिग्री से सम्मानित किया गया। एनडीए अधिकारी के अनुसार सम्मान पाने वाले कैडेट में 49 साइंस स्ट्रीम, 113 कंप्यूटर साइंस और 55 आर्ट्स स्ट्रीम के हैं।