सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आतंकियों द्वारा मारे गए शहीद जवान औरंगजेब के परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें सांत्वना दी। 14 जून को ईद मनाने घर जा रहे निहत्थे सेना के जवान को आतंकियों ने पुलवामा के कालम्पोरा से अगवा कर लिया था और उसके बाद गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। औरंगजेब सेना की राष्ट्रीय राइफल्स के जवान थे।
शहीद जवान औरंगजेब को शनिवार को पुंछ स्थित उनके गांव सलानी में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। औरंगजेब उस कमांडो ग्रुप का हिस्सा थे, जिसने हिजबुल कमांडर समीर टाइगर को मार गिराया था। उनके पिता मोहम्मद हनीफ और भाई ने केंद्र सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि मोदी सरकार आतंकियों को मारकर बेटे की शहादत का बदला ले अन्यथा वह खुद बदला लेंगे। औरंगजेब के पिता मोहम्मद हनीफ भी सेना में रह चुके हैं।
इसके अलावा शुजात बुखारी नाम के एक पत्रकार को भी मार दिया गया था। आतंकियों द्वारा अंजाम दी गईं इन दोनों घटनाओं की वजह से कश्मीर समेत देश के बाकी हिस्सों के लोगों में खासी नाराजगी है।
जम्मू-कश्मीर में रमजान के दौरान महीनेभर तक चले सीजफायर को सरकार ने खत्म कर दिया है। इसी के साथ राज्य में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ऑपरेशन ऑलआउट एक बार फिर से शुरू हो गया है। एक महीने के 'सीजफायर' के दौरान राज्य में आतंकी वारदातों और शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सीजफायर को खत्म करने का फैसला लिया था।