हाल में जम्मू के वायुसेना के एयरस्टेशन पर ड्रोन से किए गए हमले को लेकर आर्मी चीफ जनरल एम.एम नरवणे ने कहा कि ड्रोन के आसानी से उलब्ध होने की वजह से जटिल चुनौतियां बढ़ी है। हालांकि, इसको लेकर कुछ कदम उठाए गए हैं और सभी जवानों को इस पैदा होते खतरों से अवगत कराया गया है।
एक थिंक टैंक में दिए गए संबोधन में जनरल नरवणे ने कहा कि सुरक्षा प्रतिष्ठान चुनौतियों से अवगत हैं और इनसे निपटने के लिए कुछ कदम उठाए गए हैं। हम गतिज और गैर गतिज क्षेत्र दोनों में ड्रोन खतरे से निपटने की क्षमताएं विकसित कर रहे हैं। नरवणे ने कहा, ''हम उस खतरे से निपटने के लिए क्षमताएं विकसित कर रहे हैं, चाहे ये खतरे देश प्रायोजित हो या खुद देशों ने पैदा किए हो।''
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता होने के बाद नियंत्रण रेखा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई है। घुसपैठ न होने से कश्मीर में आतंकवादियों की संख्या कम है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे तत्व हमेशा रहेंगे जो शांति और विकास की प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश करेंगे। सेना प्रमुख ने कहा, ''हमारा जम्मू कश्मीर में आतंकवाद रोधी और घुसपैठ रोधी मजबूत तंत्र है, शांति, सामंजस्य सुनिश्चित करने का हमारा अभियान जारी रहेगा।''