तीन महीने से भी अधिक समय के बाद अरुण जेटली गुरूवार को एक बार फिर वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया है। आज सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के बाद जेटली को वित्त तथा कंपनी मामलों के मंत्रालयों की जिम्मेदारी एक बार फिर सौंप दी।
जेटली के अनुपस्थिति में वित्त मंत्रालय का प्रभार पीयूष गोयल को सौंपा था
अरुण जेटली की अनुपस्थिति में वित्त तथा कंपनी मामलों के मंत्रालयों का प्रभार पीयूष गोयल को सौंपा गया था, जिनके पास पहले से ही रेल और कोयला मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। पिछले तीन महीनों में जेटली की कई मौकों पर कमी महसूस की गई। राज्यसभा में उपसभापति के चुनाव के दिन जेटली वोट डालने के लिए सदन में आए थे।
ब्लाॉग जरिए सक्रिय रहे जेटली
हालांकि पिछले तीन महीनों के विश्राम के दौरान जेटली ने आर्थिक, रक्षा, सामाजिक न्याय व कानून संबंधी मुद्दों पर ब्लॉग के जरिए अपनी सक्रियता जारी रखी। वहीं वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जेटली कई समूहों से लगातार संपर्क स्थापित करते रहे।
एम्स में हुआ था जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट
गौरतलब है कि एम्स में जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था, जिसके बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी गई थी। 12 मई को जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स में वह लगभग एक महीने तक डायलिसिस पर रहे। 14 मई को उनका किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था, जिसके बाद से वे डॉक्टरों की निगरानी में थे।