केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कवि और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास के पत्र के बाद उन पर किया मानहानि का केस वापस ले लिया है। इस केस में अरविंद केजरीवाल और अन्य पहले ही माफी मांग चुके हैं। इसके बाद पिछले काफी समय से चल रहा यह केस अब खत्म हो गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कुमार विश्वास ने कुछ दिन पहले ही विश्वास ने अरुण जेटली को पत्र लिखकर अपना पक्ष रखते हुए खेद जताया था। इसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के कहने पर ही उन्होंने, अन्य कार्यकर्ताओं और प्रवक्ताओं ने उनकी बात दोहराई थी। अब अरविंद केजरीवाल उनसे सम्पर्क में नहीं हैं और झूठ बोल कर खुद गायब हो गए हैं।
पत्र में विश्वास ने केजरीवाल के लिए कहा है कि अरविंद आदतन झूठे हैं और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैंने केवल अरविंद की बात दोहराई थी। पत्र में कुमार विश्वास ने साफ किया है कि कैसे अरविंद केजरीवाल ने उन्हें, पार्टी कार्यकर्ताओं और देश को धोखे में रख कर कुछ तथाकथित सबूतों का हवाला देते हुए जेटली पर आरोप लगाए थे। पत्र के आधार पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मानहानि का केस वापस ले लिया है।
यह था मामला
जेटली वर्ष 1999 से 2013 के बीच डीडीसीए के अध्यक्ष थे। जेटली ने केजरीवाल और आप नेताओं राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। इन लोगों ने जेटली पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाए थे। जेटली ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया था।