उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा दिल्ली सरकार के नौ सलाहकारों को हटाने का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।सलाहकारों के हटाने के विरोध में सीएम अरविंद केजरीवाल के करीबी और आप नेता आशीष खेतान ने नाराजगी जताते हुए दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
हालांकि उन्होंने अपना इस्तीफा देने की वजह भी बताई है। उन्होंने कहा है कि वह वकालत की प्रैक्टिस कर रहे हैं, इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं।
Ashish Khetan has resigned as Vice President of Delhi Dialogue Commission (file pic) pic.twitter.com/uzjQ4BrKwl
— ANI (@ANI) April 18, 2018
आम आदमी पार्टी ने साल 2014 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान राष्ट्रीय राजधानी की समस्याओं और लोगों से संबंधित मुद्दों की जानकारी और सुझाव देने के लिए दिल्ली डायलॉग नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया था। पार्टी के इस कार्यक्रम को लोगों का खासा समर्थन भी मिला था। चुनाव के बाद पार्टी ने लोगों से जुड़ने के इस कार्यक्रम को आगे भी जारी रखते हुए इसे दिल्ली डायलॉग कमीशन का रुप दिया था, जिसका वाइस चेयरमैन आप नेता आशीष खेतान को बनाया गया था।
नौ सलाहकार हाटए गए
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मंगलवार को दिल्ली सरकार में गलत तरीके से लगाए गए नौ सलाहकारों को हटा दिया। इस फैसले से आने वाले दिनों में दिल्ली व केंद्र सरकार के बीच टकराव और बढ़ना तय माना जा रहा है। ‘आप’ नेताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।
सिसोदिया ने इसे केंद्र सरकार की साजिश करार दिया
उपराज्यपाल के फैसले को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीधे तौर पर केंद्र सरकार की साजिश करार दिया है। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि ये नियुक्तियां बिना पद के की गई थीं और यदि सरकार सही है तो जुबानी बयानबाजी करने के बजाय इस फैसले को अदालत में चुनौती दे।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया था कि सभी नियुक्तियां असंवैधानिक हैं। सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री व कैबिनेट के लिए इस तरह का कोई पद नहीं है।