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एएसआई ने शुरू किया ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण, सुप्रीम कोर्ट में आज सर्वे के खिलाफ़ होगी सुनवाई

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण टीम वैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए सोमवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी...
एएसआई ने शुरू किया ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण, सुप्रीम कोर्ट में आज सर्वे के खिलाफ़ होगी सुनवाई

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण टीम वैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए सोमवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के नज़दीक स्थित ज्ञानवापी मस्जिद पहुंची। पूरे मामले में हिंदुओं का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि इस सर्वेक्षण का परिणाम हिंदुओं के पक्ष में आएगा।

सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, "हमें यकीन है कि पूरा प्रांगण मंदिर का ही है। सर्वेक्षण का परिणाम हमारे हक में आएगा।" हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने कहा, "आज ज्ञानवापी का सर्वेक्षण किया जाएगा, यह हमारे लिए अच्छी बात है। सर्वेक्षण सुबह सात बजे से शुरू होकर कब तक चलेगा, यह नहीं कहा जा सकता।"

बता दें कि रविवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण टीम सारे आवश्यक उपकरणों के साथ वाराणसी पहुंची। गौरतलब है कि वाराणसी के एक कोर्ट ने शुक्रवार को, सील "वज़ूखाना" क्षेत्र छोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए थे।

हिंदू पक्ष की पैरवी कर रहे अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, "मुझे सूचना मिली कि हमारे आवेदन को स्वीकार कर लिया गया है और अदालत ने सील किए गए वज़ूखाना क्षेत्र को छोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के एएसआई सर्वेक्षण के निर्देश दिए हैं। मुझे लगता है कि सर्वेक्षण तीन से छह माह में पूरा हो जाएगा।"

वहीं, अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि अदालत का निर्णय इस मामले में टर्निंग प्वाइंट है। उन्होंने कहा, "एएसआई सर्वेक्षण कराने के हमारे आवेदन को स्वीकार कर लिया गया। यह वाकई इस मामले का टर्निंग प्वाइंट है।" बता दें कि अदालत ने हिंदू पक्ष की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए फैसला सुनाया था, जिसमें उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संपूर्ण ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के "वैज्ञानिक सर्वेक्षण" के लिए निर्देश मांगा था।

याचिका, इस साल मई में पांच महिलाओं द्वारा दायर की गई थी, जिन्होंने पहले एक अन्य याचिका में मंदिर परिसर के अंदर "श्रृंगार गौरी स्थल" पर प्रार्थना करने की अनुमति मांगी थी। एक संरचना - जिसे हिंदू पक्ष द्वारा "शिवलिंग" और मुस्लिम पक्ष द्वारा "फव्वारा" होने का दावा किया गया है - पिछले साल 16 मई को काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित मस्जिद के अदालती आदेशित सर्वेक्षण के दौरान मिली थी।

इसी बीच, उच्चतम न्यायालय आज वाराणसी की अदालत के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का एएसआई सर्वेक्षण कराने के निर्णय के खिलाफ मस्जिद प्रबंधन समिति द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगा।

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