सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय बाबा आम्टे की पोती एवं महारोगी सेवा समिति की सीईओ डॉ. शीतल आम्टे कराजगी ने सोमवार को कथित तौर पर खुदकुशी कर ली। शीतल ने आनंदवन स्थित अपने निवास पर खुद को जहर का इंजेक्शन लगा लिया। मामले की जानकारी मिलने के बाद उन्हें इलाज के लिए पास के चंद्रपुर के वरोड़ा उप जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
सुसाइड से पहले डॉ शीतल ने सोशल मीडिया में एक पेंटिंग शेयर की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि वॉर एंड पीस। वारोरा पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी पी. पेंडारकर ने कहा, प्रारंभिक सूचना के अनुसार कथित तौर पर उन्होंने खुद को जहरीला इंजेक्शन लगाकर सोमवार सुबह सुसाइड कर लिया। उन्हें तुरंत नजदीकी वारोरा ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया था।
शीतल आम्टे पूरे आनंदवन की प्रभारी मंत्री थीं। वह विकास और भारती आम्टे की बेटी और राष्ट्रपिता गांधी के अनुयायी बाबा आम्टे की पोती हैं, जिन्होंने महाराष्ट्र राज्य के आनंदवन में कुष्ठरोगियों के लिए एक पुनवार्स घर की स्थापना की थी।
आम्टे ने मेडिसिन की पढ़ाई की और बाद में वह अपने दादा की परंपरा को निभाते हुए आनंदवन में काम करने वाले अपने परिवार में शामिल हो गईं। वर्ष 2016 में, वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम द्वारा आम्टे को यंग ग्लोबल लीडर नामित किया गया था। वह संयुक्त राष्ट्र के इनोवेशन एंबेसडर और आई4पी (शांति के लिए नवाचार) के सलाहकार के रूप में भी चुनी गईं।