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बाबुल सुप्रियो ने फिर छेड़ा बॉलीवुड में पाक कलाकारों को बैन करने का राग

मोदी सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने बॉलीवुड में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन करने की बात...
बाबुल सुप्रियो ने फिर छेड़ा बॉलीवुड में पाक कलाकारों को बैन करने का राग

मोदी सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने बॉलीवुड में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन करने की बात कही है। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि  फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के रिलीज के वक्त में यह कहा गया था कि पाक कलाकारों को भारत में काम नहीं दिया जाएगा, लेकिन वक्त के साथ इस वादे पर अमल नहीं किया जा रहा है।

केंद्रीय राज्य मंत्री और गायक सुप्रियो ने कहा, 'अब वह वक्त आ गया है जब हमें एक स्टैंड लेना चाहिए और पाकिस्तानी कलाकारों को बॉलीवुड में काम करने का मौका नहीं दिया जाना चाहिए।'

 

पाकिस्तानी कलाकारों का पाकिस्तानी होना ही उनका अपराध है

इससे पहले पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को बॉलीवुड से पाकिस्तानी कलाकारों को बैन की मांग करते हुए कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों का पाकिस्तानी होना ही उनका अपराध है इसलिए उनसे बॉलीवुड को किसी भी तरह का संबंध नहीं रखना चाहिए। बाबुल सुप्रियो ने खुद के ट्विटर अकांउट पर इस खबर को शेयर भी किया है।

 

गानेसे पाकिस्तानी गायक की आवाज हटाने की मांग

इसी कड़ी में उन्होंने फिल्म ‘वेलकम टू न्यूयॉर्क’ के निर्माताओं से इसके गाने ‘इश्तेहार’ से पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान की आवाज हटाने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘मुझे आतिफ असलम या राहत से कोई परेशानी नहीं है। परेशानी है उनकी नागरिकता से। बॉलीवुड दुनियाभर में भारत का प्रतिनिधित्व करता है। पाक कलाकारों को बैन कर दुनियाभर में पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद का विरोध करना चाहिए। बॉलीवुड से शोहरत पाने वाले किसी भी पाकिस्तानी कलाकार ने भारत में हमलों को लेकर अपने देश की निंदा नहीं की है।’

नागरिक नहीं नागरिकता से है परेशानी

सुप्रियो ने कहा कि उन्हें राहत फतेह अली खान, आतिफ असलम से किसी तरह की परेशानी नहीं है, उन्हें उन लोगों की नागरिकता से परेशानी है। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करता है। भारत को पाकिस्तानी कलाकारों में बैन करके दुनियाभर में पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद का विरोध करना चाहिए।

बाबुल सुप्रियों ने शनिवार को कहा, ‘मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि जब भारत-पाक के बीच तनाव बढ़ा हुआ है, तो हम सीमा पार टैलेंट क्यों ढूंढ रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि एफएम पर पाकिस्तानी गायकों के गाने चलें और समाचार चैनलों पर पाकिस्तानी हमले में शहीद जवानों के।‘

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