"द कश्मीर फाइल्स" फिल्म के बाद अब "द केरल स्टोरी" पूरे देश में चर्चा का मुख्य विषय बन गई है। पश्चिम बंगाल की सरकार ने यह कहते हुए फिल्म को राज्य में बैन कर दिया कि, वे प्रदेश में "शांति व्यवस्था" चाहते हैं और "हिंसा" जैसी घटनाओं को आमंत्रित नहीं करना चाहते। अब फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने मंगलवार को इस बैन की निंदा करते हुए कहा, "यह अभिव्यक्ति की आज़ादी पर एक हमला है।"
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल में फिल्म पर बैन लगाने के एक दिन बाद अशोक पंडित का बयान सामने आया है। एएनआई से बातचीत करते हुए "भारतीय फिल्म और टेलीविजन निर्देशक संघ" के अध्यक्ष अशोक पंडित ने बैन पर निशाना साधते हुए कहा, "मैं पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा फिल्म 'द केरल स्टोरी' पर प्रतिबंध लगाने की निंदा करता हूं। यह एक फिल्म निर्माता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़ा हमला है। इससे संपूर्ण देश में गलत संदेश जाएगा।"
बता दें कि यह फिल्म कथित रूप से उन महिलाओं की कहानी बताती है जिन्हें शादी के जरिए इस्लाम धर्म में परिवर्तित करने के बाद आईएसआईएस शिविरों में तस्करी कर लाया जाता था। इस फिल्म को लेकर शुरू से ही दो धड़े बने हुए हैं, एक पक्ष और दूसरा विपक्ष। ऐसे में पश्चिम बंगाल इस फिल्म को बैन करने वाला पहला राज्य बना तो वहीं, भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में इसे टैक्स फ्री कर दिया गया है।
फिल्म को बैन करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "यह निर्णय नफरत और हिंसा की किसी भी घटना से बचने और राज्य में शांति बनाए रखने के लिए लिया गया है।" इस दौरान उन्होंने "द कश्मीर फाइल्स" का जिक्र करते हुए कहा, "'द कश्मीर फाइल्स' क्या थी? यह पूरी तरह से समाज के एक विशेष वर्ग को अपमानित करने के लिए थी। 'केरल स्टोरी' क्या है? यह एक विकृत कहानी है।"
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी सिनेमाघरों पर नजर रखने के निर्देश भी दिए हैं ताकि कहीं भी इस फिल्म को दिखाया ना जा सके। इस बैन पर फिल्म के निर्माता विपुल अमृतल शाह ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह कानूनी तौर तरीकों से इसका विरोध करेंगे। एएनआई से बात करते हुए शाह ने कहा, "यदि राज्य सरकार हमारी बात नहीं सुनेगी तो हमें कानूनी कार्रवाई के रास्ते को अपनाना होगा।"
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित इस फिल्म के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हाथ बताया है। वहीं, केरल से सांसद शशि थरूर का कहना है कि फिल्म केरल को गलत तरह से प्रस्तुत करने वाली है। बता दें कि 'द केरल स्टोरी' में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सिद्धि इडनानी और सोनिया बलानी मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म के ट्रेलर में "केरल की 32,000 महिलाओं के लापता होने और उनके आतंकवादी समूह आईएसआईएस में शामिल होने" का दावा किया गया था। हालांकि, विरोध के बाद ट्रेलर में विवादास्पद चित्र को हटा दिया गया।