26 मई को केंद्र में मोदी सरकार को चार साल पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर सरकार अपनी उपलब्धियां गिना रही है वहीं विपक्ष सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है ।
इस अवसर पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सरकार की उपलब्धियों को सामने रखा। इस दौरान अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी पिछले चार साल में अपने वादों पर खरे उतरे हैं।
अमित शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी अपने वादों पर खरे उतरे हैं। शाह ने कहा कि भाजपा को गर्व है कि उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक भ्रष्टाचार विहीन और पारदर्शी सरकार दी है। साथ ही एक निर्णायक और कड़े फैसले लेने वाली सरकार दी है।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसी गैर कांग्रेसी दल की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। शाह ने कहा कि यह एक युग का अंत करने वाला जनादेश था। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में नरेंद्र मोदी सरकार आई जब देश की जनता मल्टी पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था से भरोसा खो चुकी थी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जब सत्ता संभाली थी तो दो मुख्य वादे किए थे। नरेंद्र मोदी अपने दोनों वादों पर खरे उतरे हैं और दोनों ही 4 साल के भीतर पूरे कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने गांव, गरीब और किसान की हितैषी सरकार दी है।
शाह ने कहा, '2014 से एनडीए परिवार का दायरा घटा नहीं बल्कि बढ़ा है। टीडीपी छोड़कर गई लेकिन नीतीश जी आए हैं। 11 अन्य पार्टियां एनडीए का हिस्सा बनी हैं। केवल चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी) छोड़कर गए हैं।'
TDP left but Nitish Ji came. 11 more parties became part of NDA after 2014. Family of NDA has increased, not decreased. Only Chandrababu Ji (Andhra Pradesh CM) left: BJP President Amit Shah pic.twitter.com/427LNOUaeN
— ANI (@ANI) May 26, 2018
पेट्रोल-डीजल के दामों पर
पेट्रोल डीजल के दामों पर शाह ने कहा, 'यूपीए सरकार के समय इसी कीमत पर पेट्रोल-डीजल के दाम तीन सालों तक ऐसे ही थे। हमारी सरकार में सिर्फ तीन दिन में ही वो परेशान हैं। सरकार इस बारे में सोच रही है और इसके लिए लॉन्ग टर्म सोल्यूशन निकालेगी।'
सीमा सुरक्षा
सीमा सुरक्षा पर उन्होंने कहा, भाजपा के लिए युद्ध सबसे आखिरी विकल्प है। हालांकि सीमा की सुरक्षा को लेकर हमने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा आतंकवादी मारे गए हैं।'
'जातिवाद औऱ तुष्टिकरण की राजनीतिक परंपरा बदली'
अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने देश को सर्वाधिक काम करने वाला प्रधानमंत्री देने का काम किया है, ये हमारे लिए गौरव कि बात है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने परिवारवाद, तुष्टिकरण और जातिवाद की राजनीति को बदलकर पॉलिटिक्स ऑफ परफॉरमेंस को आगे बढ़ाने का काम किया है।
'स्वरोजगार को दिया बढ़ावा'
अमित शाह ने आगे कहा कि बीजेपी ने देश में सबसे मेहनती प्रधानमंत्री और दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता को प्रदान किया है। भाजपा को गर्व है कि 15-18 घंटे वाला काम करने वाला पीएम भाजपा का नेता है। अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने 'सबका साथ-सबका विकास' के सूत्र को चरितार्थ करने का काम किया है। हमने स्व-रोजगार को बढ़ावा देकर करोड़ों लोगों को रोजगारी देने का काम किया है। हमने एक भी घोटाले के बिना लाखों-करोड़ के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को पूरा करने का काम किया है।
19 हजार गांवों को पहुंचाई बिजली
उन्होंने कहा कि आज देश के हर गांव तक बिजली पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि कभी 19 हजार गांव ऐसे थे जहां बिजली नहीं थी। उन्होंने कहा कि अब मोदी सरकार का लक्ष्य़ हर घर तक बिजली पहुंचाने का है। शाह ने कहा कि एक भी घोटाले के बगैर लाखों-करोड़ के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को पूरा करने का काम किया है। इसके अलावा स्वच्छता अभियान के तहत सात करोड़ घरों में शौचालयों में बनाने का काम भी मोदी सरकार का काम है।
शाह ने कहा कि देश में सबसे लंबी सड़क सुरंग बनाने का काम भी मोदी सरकार ने किया है। इसके अलावा सबसे लंबा पुल (धौलासादिया पुल) भी मोदी सरकार ने बनाया है। इसके अलावा बुलेट ट्रेन परियोजना भी मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि है। शाह ने आगे कहा कि 40 साल से लंबित पड़े वन रैंक, वन पेंशन के मामले को भी नरेंद्र मोदी सरकार ने ही पूरा किया है। शाह ने नोटबंदी और जीएसटी फैसले का भी जिक्र किया। शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने महंगाई को काबू किया है।
विपक्ष पर तीखा हमला
अमित शाह ने इस दौरान विपक्ष पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष का एजेंडा है कि मोदी और भाजपा को सत्ता से हटाया जाए। जबकि भाजपा का एजेंडा है कि देश से गरीबी, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था को हटाया जाए। 2019 में सभी विपक्षी दलों के गठबंधन पर शाह ने कहा कि इससे पहले हुए चुनावों में भी बाकी दल खिलाफ ही चुनाव लड़े हैं लेकिन जीत भाजपा को मिली है।
तूतीकोरिन हिंसा की निंदा
एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि तूतीकोरिन में जो कुछ हुआ उस पर केंद्र ने कड़ी आपत्ति जताई है और राज्य सरकार को कड़े निर्देश दिए हैं कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने इस मामले पर रिपोर्ट भी मांगी है।