पाकिस्तान ने भारत के बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार को वापस लौटा दिया है। दरअसल, पाकिस्तानी रेंजर्स ने अटारी वाघा सीमा के रास्ते बीएसएफ कॉन्स्टेबल को वापस भेजा है।
बता दें कि वे पिछले करीब बीस दिनों से पाकिस्तान के कब्जे में थे। कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार सुबह 10:30 बजे वतन वापस लौटे हैं, उनसे पूछताछ की जा रही है।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है। बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार, जो गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गए थे, उन्हें पाकिस्तानी सेना ने आखिरकार रिहा कर दिया है। आज सुबह करीब 10:30 बजे उन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत को सौंपा गया।
बीएसएफ ने बयान जारी कर कहा कि आज सुबह 10:30 बजे कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ को अटारी-वाघा सीमा पर BSF द्वारा पाकिस्तान से वापस लाया गया। कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 को फिरोजपुर सेक्टर में ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे और उन्हें पाक रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।
पूर्णम कुमार 23 अप्रैल को पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनाती के दौरान गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान चले गए थे। पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया था। इसके बाद से वह करीब 20 दिनों तक पाकिस्तान की हिरासत में रहे। इस दौरान उनके परिवार और देशभर में चिंता का माहौल बना रहा, खासतौर पर उस समय जब भारत-पाक रिश्तों में पहले से ही भारी तनाव था।
इस घटना के एक दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भीषण आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस हमले के पीछे पाकिस्तान-समर्थित आतंकियों का हाथ होने का संदेह जताया गया, जिसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई के तौर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने सीमापार आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। जवाब में पाकिस्तान की ओर से भी प्रतिक्रिया आई, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया।
ऐसे नाजुक माहौल में जब एक भारतीय जवान पाकिस्तान की हिरासत में चला गया, तो यह न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों बल्कि उनके परिवार के लिए भी भारी चिंता का विषय बन गया। हालांकि अब उनके सुरक्षित वतन वापसी की खबर से पूरे देश में राहत की लहर दौड़ गई है।