पाकिस्तान द्वारा भारत में तैनात अपने उच्चायुक्त को सलाह के लिए बुलाए जाने को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने सामान्य प्रक्रिया बताया है। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग भी कई समस्याओं से जूझ रहा है पर वहां की सरकार महीनों से इसका समाधान नहीं निकाल रही है।
I am surprised why is this question being raised. He has been called for consultation. This is pretty normal & routine. It is not a recall: Raveesh Kumar, MEA Spokesperson on Pakistan High Commissioner Sohail Mahmood pic.twitter.com/TbpGtcLMmw
— ANI (@ANI) March 15, 2018
इससे पहले पाकिस्तान ने नई दिल्ली में अपने राजनयिक स्टाफ का लगातार उत्पीड़न होने का आरोप लगाते हुए भारत में अपने उच्चायुक्त सुहैल महमूद को सलाह के लिए बुलाने का फैसला किया है। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने आज इस्लामाबाद में बताया कि भारत सरकार पाकिस्तानी राजनयिकों, उनके परिवार और उनके स्टाफ को खुफिया एजेंसियों द्वारा धमकाने की बढ़ती घटनाओं का संज्ञान लेने में विफल रही है।
रवीन कुमार ने भारत में तैनात पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के पाकिस्तान सरकार के आरोपों की जांच करने का आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार इस मामले को मीडिया की बजाय पाकिस्तान के साथ राजनयिक स्तर पर बातचीत के माध्यम से सुलझाने के पक्ष में है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमने पाकिस्तान द्वारा उठाए गए मुद्दों की रिपोर्टों को देखा है। हम इन मुद्दों पर मीडिया में कोई प्रतिक्रिया नहीं जताना चाहते हैं और इसे स्थापित राजनयिक चैनलों के माध्यम से सुलझाने के हक में हैं। हम इन मुद्दों को देख रहे हैं।
कुमार ने कहा कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग भी ऐसे अनेक मुद्दों से जूझ रहा है जिनका महीनों से कोई समाधान नहीं हो रहा है। हमने विगत दो साल में मीडिया की बजाय राजनयिक चैनलों के माध्यम से अनेक बार ये मुद्दे उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने राजनयिक मिशन तथा उसमें काम करने वाले अधिकारियों एवं राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इन मुद्दों का तत्काल समाधान का लगातार अनुरोध करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारा मिशन राजनयिक संबंध संधि 1961 के अनुरूप बिना किसी बाधा के सामान्य ढंग से काम करे।