प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में कुर्सी उछालने वाले बयान पर कर्नाटक के चित्रदुर्ग में गुजरात के दलित नेता और निर्दलीय विधायक जिग्नेस मेवाणी पर केस दर्ज कराया गया है। यह केस चित्रदुर्ग विधानसभा के फ्लाइंग स्क्वायड अफसर टी जयंत की शिकायत पर दर्ज किया गया है। इस पर मेवाणी ने कहा है कि रोजगार का सवाल पूछने पर एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है।
शिकायत में कहा गया है कि मेवाणी ने शुक्रवार की शाम चित्रदुर्ग की सभा में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पुलिस के अनुसार यह केस आइपीसी की धारा 153,188,117 और 34 के तहत दर्ज हुआ है।
मेवाणी ने शुक्रवार को कहा था कि आज युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। जब मोदीजी 15 अप्रैल को बेंगलूरू में आम सभा करने आएं तब आप भीड़ में शामिल हो जाएं और सभा को बाधित करने के लिए हवा में कुर्सियां उछालें। उन्होंने कहा था कि आप प्रधानमंत्री से सवाल करें कि हर साल दो करोड़ नौकरियों के वादे का क्या हुआ। अगर वे जवाब देने में विफल रहते हैं तो उन्हें कहें कि आप जा कर हिमालय में सोएं या राम मंदिर में घंटी बजाएं।
मेवाणी पर मोदी की प्रचार के दौरान होने वाली सभा के दौरान लोगों को भड़काने के आरोप में एफआइआर दर्ज किया गया है। केस दर्ज होने के बाद जिग्नेश ने ट्वीट किया कि हमारी और प्रकाश राज की जनसभा को बंद करवाने के लिए काले झंडे और डंडे लेकर भाजपा के जो गुंडे शिवमोगा में आ धमके उनके सामने कोई एफआईआर नहीं, जिन्होंने भारत बंद के कॉल में दलितों की छाती पर गोलियां दागी उनके सामने कोई कार्रवाई नही लेकिन हमने दो करोड़ युवा के लिए रोजगार मांगा तो एफआइआर ?
हमारी और प्रकाश राज की जनसभा को बंध करवाने के लिए काले जंडे और डंडे लेकर भाजपा के जो गुंडे शिवमोगा में आ धमके उनके सामने कोई एफआईआर नही, जिन्होंने भारत बंद के कॉल में दलितो की छाती पर गोलियां दागी उनके सामने कोई करवाई नही लेकिन हमने 2 करोड युवा के लिए रोजगार मांगा तो FIR ?
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) April 7, 2018