केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने एयरसेल मैक्सिस केस में गुरुवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में ताजा चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, उनके बेटे कार्ति चिदंबरम सहित 18 आरोपियों के नाम शामिल हैं। इस मामले में कोर्ट 31 जुलाई को सुनवाई करेगी। चार्जशीट में कुछ सरकारी अधिकारियों के भी नाम हैं। इनमें से कुछ रिटायर हो चुके हैं तो कई अभी भी काम कर रहे हैं।
चिदंबरम ने कहा कि सीबीआइ ने दबाव में आकर पर मुझ पर और अन्य अफसरों पर चार्जशीट दाखिल की है। मुझ पर लगे आरोप निर्रथक हैं। उन्होंने कहा कि मामला अभी कोर्ट में है इसलिए वह इस पर और टिप्पणी नहीं करेंगे।
दूसरी ओर कांग्रेस नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि हम सरकार और सीबीआइ से और क्या उम्मीद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस चार्जशीट का भी वही हाल होगा जो सीबीआइ की दूसरी चार्जशीट का हुआ है। सिब्बल ने कहा कि याद कीजिए 2जी केस का क्या हुआ। इस मामले में भी बिलकुल वैसा ही होगा।
इससे पहले पटियाला हाउस स्थित विशेष अदालत ने 10 जुलाई को हुई सुनवाई में पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को बड़ी राहत दी थी। अदालत ने इन दोनों की अंतरिम जमानत 7 अगस्त तक बढ़ा दी थी ।
इस मामले में पूर्व वित्त चिदंबरम से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कई बार पूछताछ कर चुकी है पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर एयरसेल मैक्सिस को एफडीआई को मंजूरी देने के लिए आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समीति की सिफारिशों को नजरअंदाज कर दिया था।