पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) मामले के बाद सरकारी बैंकों से कथित तौर पर करोड़ों रुपये के घोटाले का एक और मामला सामने आया है। रोटोमैक पेन बनाने वाली कंपनी पर अलग-अलग सरकारी बैंकों से 800 करोड़ रुपये से अधिक का लोन लेने का आरोप है। रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी के कानपुर आवास पर सोमवार को सीबीआई ने छापा मारा।
Kanpur: #Visuals from outside Rotomac Pens owner #VikramKothari residence as CBI raid is underway. pic.twitter.com/PchBkqnqeM
— ANI UP (@ANINewsUP) February 19, 2018
हालांकि इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद विक्रम कोठारी मीडिया के सामने आए और कहा कि उन्होंने बैंक से लोन जरूर लिया है, लेकिन लोन चुकता नहीं करने की बात गलत है। उन्होंने कहा कि उनका बैंक का एनसीएलटी के अंदर केस चल रहा है। विवाद का निष्कर्ष निकल आएगा। वहीं देश छोड़कर भागने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मैं कानपुर का रहने वाला हूं। कानपुर में ही रहूंगा। भारत से बेहतर देश कोई नहीं है।'
विक्रम कोठारी के वकील शरद कुमार बिड़ला ने कहा, 'यह लोन डिफॉल्ट का मामला है न कि फ्रॉड का।'
It is a case of loan default and not fraud: Sharad Kumar Birla, Lawyer of Rotomac owner #VikramKothari in Kanpur. pic.twitter.com/HvojmXETMI
— ANI UP (@ANINewsUP) February 19, 2018
विक्रम कोठारी को रविवार को एक अखबार के मालिक की बेटी की शादी में देखा गया था।
Rotomac Pens owner #VikramKothari seen at the wedding of Jagran group owner Sanjeev Gupta's daughter's wedding in Kanpur yesterday pic.twitter.com/QiYgL02Giq
— ANI UP (@ANINewsUP) February 19, 2018
सूत्रों के मुताबिक, कानपुर स्थित रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी ने 5 सरकारी बैंकों से 800 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन लिया था। बताया जा रहा है कि इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने नियम-कानून को ताक पर रखकर विक्रम कोठारी को इतना बड़ा लोन दिया।
विक्रम कोठारी ने सबसे ज्यादा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 485 करोड़ का लोन लिया है। उसने इलाहाबाद बैंक से भी 352 करोड़ की रकम का कर्ज लिया था, लेकिन एक साल हो जाने के बावजद उसने बैंकों को न तो लिए गए लोन पर ब्याज चुकाया है और न लोन वापस लौटाया है।
कानपुर के माल रोड के सिटी सेंटर में रोटोमैक कंपनी के ऑफिस पर पिछले कई दिनों ने ताला बंद है।