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रोटोमैक पेन के मालिक के घर सीबीआई का छापा, क्या है मामला

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) मामले के बाद सरकारी बैंकों से कथित तौर पर करोड़ों रुपये के घोटाले का एक और...
रोटोमैक पेन के मालिक के घर सीबीआई का छापा, क्या है मामला

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) मामले के बाद सरकारी बैंकों से कथित तौर पर करोड़ों रुपये के घोटाले का एक और मामला सामने आया है। रोटोमैक पेन बनाने वाली कंपनी पर अलग-अलग सरकारी बैंकों से 800 करोड़ रुपये से अधिक का लोन लेने का आरोप है। रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी के कानपुर आवास पर सोमवार को सीबीआई ने छापा मारा।

हालांकि इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद विक्रम कोठारी मीडिया के सामने आए और कहा कि उन्होंने बैंक से लोन जरूर लिया है, लेकिन लोन चुकता नहीं करने की बात गलत है। उन्होंने कहा कि उनका बैंक का एनसीएलटी के अंदर केस चल रहा है। विवाद का निष्कर्ष निकल आएगा। वहीं देश छोड़कर भागने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मैं कानपुर का रहने वाला हूं। कानपुर में ही रहूंगा। भारत से बेहतर देश कोई नहीं है।'

विक्रम कोठारी के वकील शरद कुमार बिड़ला ने कहा, 'यह लोन डिफॉल्ट का मामला है न कि फ्रॉड का।'

विक्रम कोठारी को रविवार को एक अखबार के मालिक की बेटी की शादी में देखा गया था।

सूत्रों के मुताबिक, कानपुर स्थित रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी ने 5 सरकारी बैंकों से 800 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन लिया था। बताया जा रहा है कि इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने नियम-कानून को ताक पर रखकर विक्रम कोठारी को इतना बड़ा लोन दिया।

विक्रम कोठारी ने सबसे ज्यादा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 485 करोड़ का लोन लिया है। उसने इलाहाबाद बैंक से भी 352 करोड़ की रकम का कर्ज लिया था, लेकिन एक साल हो जाने के बावजद उसने बैंकों को न तो लिए गए लोन पर ब्याज चुकाया है और न लोन वापस लौटाया है।

कानपुर के माल रोड के सिटी सेंटर में रोटोमैक कंपनी के ऑफिस पर पिछले कई दिनों ने ताला बंद है।

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