कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित हुई 12वीं की सीबीएसई-आईसीएसई बोर्ड परीक्षाओं पर रविवार को केंद्रीय मंत्रियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की तथा रमेश पोखरियाल निशंक समेत अन्य केंद्रीय मंत्री शामिल रहें। परीक्षाएं रद्द नहीं की जाएंगी, जुलाई में परीक्षाएं हो सकती हैं। पिछले वर्ष भी बोर्ड परीक्षाएं जुलाई में कोरोना प्रोटोकाल के साथ आयोजित की गई थीं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 12वीं बोर्ड परीक्षाओ पर अन्य राज्यों के साथ बैठक सकारात्मक रही है। हमें अत्यधिक मूल्यवान सुझाव मिले। मैंने राज्य सरकारों से 25 मई तक अपने विस्तृत सुझाव मुझे भेजने का अनुरोध किया है। छात्रों के मन में अनिश्चितता दूर करने के लिए 12वीं की लंबित बोर्ड परीक्षाओं पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाएगा। छात्रों, शिक्षकों की सुरक्षा हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक जून की परीक्षा की तारीखों का ऐलान होगा।
दिल्ली को छोड़कर सभी राज्य 12वीं की परीक्षा के लिए तैयार दिखे। बैठक में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर के अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव समेत कई अधिकारी शामिल हुए थे।
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार से कहा कि छात्रों को टीका लगाने से पहले 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं कराना बहुत बड़ी गलती साबित होगी। सिसोदिया ने कहा कि 12वीं कक्षा के 95 प्रतिशत छात्र 17.5 साल से अधिक की आयु के हैं। केंद्र को विशेषज्ञों से बात करनी चाहिए कि क्या उन्हें कोविशील्ड, कोवैक्सीन टीका लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि 12वीं के छात्रों को पिछले रिकार्ड के आधार पर ही पास किया जाए। देश को कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दी जा चुकी है, और इसमें बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे. ऐसे में हमें एक अभिभावक की तरह सोचना चाहिए।