पुरस्कार समारोह के अलावा सीईई ने आधुनिक शिक्षा के लिए भारतीय दार्शनिक नींंवं नामक विषय पर राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन भी किया। जिसमें शिक्षाविदों ने अपने उन्मुक्त विचार रखे।
शिक्षा के गहन विषयों और प्रणाली की सीमाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। परिचर्चा में जेएम दवे डायरेक्टर डीएपीएस स्वामीनारायण अनुसंधान संस्थान दिल्ली अक्षरधाम, डॉ अभिमन्यु कुमार डायरेक्टर अश्चिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान दिल्ली एवं डॉ अजय कुमार पांडेय प्रमुख वैज्ञानिक, आईसीएआर, प्रणाली विशेष रुप से अपने विचार रखें। जिसे सराहा गया। वैदिक शास्त्र और आधुनिक शिक्षा के तारतम्य पर गहनता के साथ चर्चा की गई। श्लोक और गीता महात्म्य का शिक्षा के विकास पर किस तरह का योगदान संभव है, इस पर भी विचार रखे गए।
गुजरात, ओडिशा, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित देेश के अन्य राज्यों से आए हुए शिक्षकों को उनके सर्वोत्तम कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। सम्मानित शिक्षकों ने कहा कि देश में शिक्षा की अलख जगानेे की दिशा में वह हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।
सीर्इर्इ की अध्यक्ष श्रुति अरोरा ने समारोह में आए हुए गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। समारोह को सफल बनाने में उन्होंने सभी अतिथियों का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार की योजनाओं एवं नीतियों को ध्यान में रखते हुए सीईई स्पष्ट रणनीति प्रदान करने की ओर अग्रसर है। जिससे कि भारतीय शिक्षा प्रणाली का विकास हो सके।