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चंद्रयान-3 ने चांद पर सफल लैंडिंग कर रचा इतिहास, राष्ट्रपति मुर्मू से लेकर राहुल गांधी ने दी बधाई

इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद देशभर में जश्न मनाया जा रहा है।...
चंद्रयान-3 ने चांद पर सफल लैंडिंग कर रचा इतिहास, राष्ट्रपति मुर्मू से लेकर राहुल गांधी ने दी बधाई

इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद देशभर में जश्न मनाया जा रहा है। देश के कोने कोने में लोग तिरंगा लेकर हर्षोल्लास के साथ झूम रहे हैं। इस स्वर्णिम सफलता पर प्रतिक्रियाएं आनी भी शुरू हो गई हैं।

भारत की इस उपलब्धि पर पीएम मोदी ने कहा कि कभी कहा जाता था चंदा मामा बहुत दूर के हैं, अब एक दिन वो भी आएगा जब बच्चे कहा करेंगे चंदा मामा बस एक टूर के हैं। उन्होंने कहा कि भारत का सफल चंद्रमा मिशन अकेले भारत का नहीं है...यह सफलता पूरी मानवता की है। पीएम मोदी ने कहा कि इससे पहले कोई भी देश वहां (चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव) तक नहीं पहुंचा है। हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत से हम वहां तक पहुंचे हैं।

इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग पर पीएम मोदी ने कहा कि हमने धरती पर संकल्प किया और चांद पर उसे साकार किया...भारत अब चंद्रमा पर है। उन्होंने कहा कि जब हम ऐसे ऐतिहासिक क्षण देखते हैं तो हमें बहुत गर्व होता है। ये नए भारत का सूर्योदय है। चंद्रयान-3 की सफलता के तुरंत बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को फोन कर बधाई भी दी।

चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण अवसर है - एक तरह की घटना जो जीवनकाल में एक बार होती है।"

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, "मैं इस मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों और प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है। यह 'आत्मनिर्भर भारत' के मंत्र को सच साबित कर रहा है। इस सफल लैंडिंग मिशन के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है।"

"यह देश के लिए एक असाधारण उपलब्धि है...1969 में अपनी स्थापना के बाद से इसरो के 89 लॉन्च मिशनों में से 47 अंतरिक्ष मिशन पिछले 9 वर्षों में मोदी सरकार के अधीन रहे हैं। यह यूपीए शासनकाल में लॉन्च किए गए मिशनों की संख्या से दोगुना है।"

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "चंद्रयान 3 की सफलता प्रत्येक भारतीय की सामूहिक सफलता है। 140 करोड़ आकांक्षाओं वाले उत्साहित राष्ट्र ने आज अपने छह दशक लंबे अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक और उपलब्धि देखी।"

"हम अपने वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष इंजीनियरों, शोधकर्ताओं और इस मिशन को सफल बनाने में शामिल सभी लोगों की उल्लेखनीय कड़ी मेहनत, अद्वितीय सरलता और दृढ़ समर्पण के प्रति गहराई से आभारी हैं।"

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, "हमारे पास लागत प्रभावी तरीकों से सफलता हासिल करने की क्षमता है। जबकि दुनिया चाँद के बारे में कल्पना करती है, हमने वास्तव में चाँद को महसूस किया है... दुनिया चाँद के सपने देखती है, और हमने सपने को हकीकत में बदलते देखा है...आसमान कोई सीमा नहीं है।"

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने इस सफलता पर कहा, "23 अगस्त 2023 का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। यह देश के सभी लोगों के लिए गर्व का क्षण है।"

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, "भारत जीतता है और दूसरों को भी जीत दिलाता है.' भारतीय मानस के लिए ऐसा कुछ भी नहीं जो असंभव है। भारत ने हमारे वैज्ञानिकों के माध्यम से 'झंडा ऊंचा रहे हमारा', 'मेरा भारत महान' को सिद्ध किया है। मैं पूरे देश के साथ-साथ टीम इसरो यानी टीम इंडिया को भी बधाई देता हूं, जिन्होंने इस असंभव मिशन को सहज तरीके से संभव बनाया है।"

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग नए भारत की क्षमताओं और शक्ति का सशक्त प्रदर्शन है। प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में इसरो के वैज्ञानिकों ने वह कर दिखाया जो कोई नहीं कर सका।"

"चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव अब तक दुनिया के लिए असंभव था, लेकिन हमारे दूरदर्शी वैज्ञानिकों ने इसे संभव कर दिखाया है। वसुधैव कुटुम्बकम् की पवित्र भावना के साथ मैं इसरो के सभी वैज्ञानिकों को इस सफलता के लिए बधाई और देशवासियों को शुभकामनाएँ देता हूँ।"

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "अरे वाह, मजा आ गया! देखिये, चंद्रमा हमारे और भी करीब आ गया है। चंद्रमा पर तिरंगा फहराना खुशी का क्षण है। चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर भारत की उपस्थिति को दर्शा रहा है। इस महान अवसर पर, मैं इसरो और उसके वैज्ञानिकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं क्योंकि उनके कौशल, साहस और प्रतिभा के कारण हमें यह उपलब्धि मिली है।"

चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक क्षण है और सभी देशवासी बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं।"

चंद्रयान-3 मिशन के चंद्रमा की सतह पर उतरते ही बेंगलुरु में इसरो मिशन नियंत्रण केंद्र 'वंदे मातरम' के नारों और जश्न से भर गया। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर अपनी टीम को बधाई देते हुए कहा, "समर्थन के लिए आप सभी को धन्यवाद...हमने अपनी असफलता से बहुत कुछ सीखा और आज हम सफल हुए। हम चंद्रयान-3 के लिए अब से अगले 14 दिनों का इंतजार कर रहे हैं।"।

चंद्रयान-3 मिशन के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल ने कहा, "हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास जाने वाले पहले देश बन गए हैं।" पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर बधाई दी। उन्होंने कहा, "हम वास्तव में उत्साहित हैं...हम लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहे थे। मैं बहुत खुश हूं।"

चंद्रयान 3 मिशन के एसोसिएट प्रोजेक्ट डायरेक्टर कल्पना ने कहा, "यह मेरे और मेरी टीम के लिए सबसे यादगार पल है। हम पिछले कई सालों से यही प्रयास कर रहे थे। हमने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया।"

 

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "मैं इसरो वैज्ञानिकों को इस सफलता के लिए बधाई देता हूं। यह नया भारत है और इसकी भुजाएं मंगल से चंद्रमा तक फैली हुई हैं।"

 

 

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के गवाह बने और इस पर बोले, "इस अमृत काल में, हमने अमृत वर्षा का एक सच्चा क्षण देखा है। अब हमें अपने कर्तव्य के प्रति काम करना चाहिए।"

 

 

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, "आज 1.4 अरब भारतीयों के लिए यह एक महान क्षण है, जो पिछले कुछ दिनों से चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग से पहले बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, उत्साहपूर्वक प्रार्थना कर रहे थे। मुझे भारतीय होने और पीएम मोदी की सरकार का हिस्सा होने पर बेहद गर्व है। आज भारत चंद्रमा पर गया है और ऐसे क्षेत्र में उतरा है जहां आज तक कोई भी देश नहीं उतरा है...इसरो, हर वैज्ञानिक और हर भारतीय को बधाई।"

 

 

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "चंद्रयान-3 अमृत काल की सबसे बड़ी उपलब्धि है चंदा मामा अब हमारे हो गए हैं।"

 

 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "आज का दिन पूरे देश के लिए ऐतिहासिक है, भारत का चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर गया है...मैं सभी वैज्ञानिकों और हमारे माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देता हूं।"

 

 

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साह ने कहा, "हम चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे...मैं इस सफलता के लिए सभी वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं।"

 

 

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बधाई दी। वे कहते हैं, ''मैं चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं।"

 

 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "हम सभी को गर्व है, देश खुशियों से भर गया...पीएम मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का उदय हुआ है...''

 

 

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, "हमारे महान राष्ट्र के नागरिक के रूप में यह बेहद गर्व की बात है कि मैंने आज चंद्रमा पर चंद्रयान 3 की उल्लेखनीय लैंडिंग देखी। चंद्र मिशन की सफलता ने भारत को चंद्र सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाले देशों के चुनिंदा समूह में शामिल कर दिया है।"

 

"यह और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला एकमात्र देश है। इससे वैज्ञानिक अनुसंधान और खोज में नए रास्ते खुलेंगे। यह राष्ट्र की प्रगति में एक मील का पत्थर दर्शाता है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर टीम इसरो और वैज्ञानिक समुदाय को मेरी हार्दिक बधाई। उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया है।"

 

इसरो के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्रमा मिशन ‘‘चंद्रयान-3’’ के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) ने बुधवार शाम चंद्रमा की सतह को चूम कर अंतरिक्ष विज्ञान में सफलता की एक नयी इबारत रची। वैज्ञानिकों के अनुसार इस अभियान के अंतिम चरण में सारी प्रक्रियाएं पूर्व निर्धारित योजनाओं के अनुरूप ठीक से चली। यह एक ऐसी सफलता है जिसे न केवल इसरो के शीर्ष वैज्ञानिक बल्कि भारत का हर आम और खास आदमी टीवी की स्क्रीन पर टकटकी बांधे देख रहा था।

बता दें कि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाला एकमात्र देश बन गया है, जो अपनी उबड़-खाबड़ और कठिन परिस्थितियों के कारण कठिन माना जाता है। इसी के साथ भारत अमेरिका, चीन और रूस के बाद - चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश भी बन गया है।

गौरतलब है कि अंतरिक्ष यान को 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। चंद्रयान-3 का विकास चरण जनवरी 2020 में शुरू हुआ, जिसे 2021 में लॉन्च करने की योजना थी। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण मिशन की प्रगति में अप्रत्याशित देरी हुई।

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