सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में एतिहासिक दिन वैज्ञानिकों के परिवार व पत्रकारों सहित बड़ी संख्या में लोग भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के तीसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ के प्रक्षेपण का साक्षी बनने के लिए एकत्रित हुए।
चिलचिलाती गर्मी और शुष्क मौसम के पूर्वानुमान के बावजूद उत्साही अंतरिक्ष प्रेमियों को ले जाने वाले यात्री वाहन इस अंतरिक्ष बंदरगाह की ओर बढ़ रहे थे। एलवीएम3एम4 रॉकेट शुक्रवार को इसरो के महत्वाकांक्षी ‘चंद्रयान-3’ को पृथ्वी के इकलौते उपग्रह चंद्रमा की यात्रा पर ले जाएगा।
उन्हें प्रक्षेपण अनुक्रम और प्रक्षेपण को देखने की अनुमति दी जाएगी जो दूसरे ‘लॉन्च पैड’ से करीब छह किलोमीटर दूर स्थित है, जहां रॉकेट को ‘लॉन्च कॉम्प्लेक्स’ के साथ जोड़ा जाएगा।
इस बड़े मिशन के मद्देनजर एसएचएआर के प्रवेश द्वार की ओर जाने वाली सड़क पर हर 100 मीटर पर एक पुलिस कर्मी तैनात किया गया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं।
‘महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप’ के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘‘ प्रक्षेपण के समय सिर्फ रॉकेट उड़ान नहीं भरेगा, इससे हमारी इच्छाएं भी उड़ान भरेंगी..#चंद्रयान।’’
तिरुपति के रहने वाले कॉलेज छात्र संदीप ने कहा कि वह प्रक्षेपण को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘ मैं पहली बार यहां आया हूं। प्रक्षेपण देखने को काफी उतसाहित हूं।’’