दिल्ली की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने बुधवार को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की न्यायिक हिरासत 11 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी है। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच कर रहा है।
चिदंबरम को आज उनकी न्यायिक हिरासत अवधि समाप्त होने पर कोर्ट के सामने पेश किया गया। उन्हें ईडी ने 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने बाद में उन्हें 27 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था।
'लगता है जैसे मैं कोई रंगा बिल्ला हूं'
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार पी चिदंबरम की जमानत याचिका पर सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी। चिदंबरम की ओर से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल ने कहा, “ऐसा लगता है जैसे मैं कुछ रंगा बिल्ला हूं। अगर मुझे जमानत पर रिहा नहीं किया जाता है, तो यह इस देश को एक गलत संदेश देगा।” बता दें कि रंगा और बिल्ला मुंबई के दो खतरनाक अपराधी थे जो आर्थर रोड जेल से रिहा होने के बाद दिल्ली आ गए थे। उन्होंने अगस्त 1978 में दो किशोरों का अपहरण कर उन्हें बर्बरता से मार डाला था।
हाई कोर्ट ने 15 नवंबर को उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया गंभीर आरोप हैं और उन्होंने अपराध में "सक्रिय और महत्वपूर्ण भूमिका" निभाई है। इसके बाद, चिदंबरम ने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।
वित्तीय अनियमितता का है आरोप
चिदंबरम के वित्त मंत्री पद पर रहने के दौरान आईएनएक्स मीडिया समूह को 2007 में विदेशों से 305 करोड़ रुपये प्राप्त करने के लिए विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी में कथित अनियमियतताओं को लेकर सीबीआई ने 15 मई 2017 को यह मामला दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने इस सिलसिले में 2017 में मनी लॉन्ड्रिंग का एक मामला दर्ज किया। कांग्रेस नेता को पहली बार 21 अगस्त को आईएनएक्स मीडिया मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, लेकिन दो महीने बाद सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी।
कांग्रेस नेताओं ने की मुलाकात
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से बुधवार सुबह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने तिहाड़ जेल पहुंचकर मुलाकात की। राहुल और प्रियंका की यह मुलाकात, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चिदंबरम से जेल में मुलाकात के करीब एक महीने बाद हुई। अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर, मनीष तिवारी भी चिदंबरम से मुलाकात कर चुके हैं।