महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक दुकान मालिक के साथ कथित तौर पर मराठी में बात नहीं करने पर मारपीट करने के एक वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने घटना की कड़ी निंदा की।
शुक्रवार को बिहार के वैशाली में पत्रकारों से बात करते हुए पासवान ने कहा, "यह मेरी समझ से परे है कि भारतीयों के बीच कितने विभाजन पैदा किए जाएंगे - कभी क्षेत्र के नाम पर, कभी भाषा, धर्म या जाति के नाम पर।"
अपनी मातृभाषा पर गर्व की वकालत करते हुए, मंत्री ने संवेदनशीलता और आपसी सम्मान का आग्रह किया।उन्होंने कहा, "मैं इस विचार का समर्थन करता हूं कि आपकी मातृभाषा आपका गौरव होनी चाहिए, लेकिन इसमें इतनी संवेदनशीलता भी होनी चाहिए कि यदि बाहर से कोई इसे नहीं समझता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम इतने असहिष्णु हो जाएं और हिंसा का सहारा लेना शुरू कर दें।"
भारत के बहुसांस्कृतिक लोकाचार पर प्रकाश डालते हुए पासवान ने कहा, "उत्तर से दक्षिण तक, पूर्व से पश्चिम तक, विभिन्न भाषाएं और संस्कृतियां हैं। विविधता में एकता हमेशा हमारी पहचान रही है।"
उन्होंने कुछ राजनीतिक नेताओं पर निजी लाभ के लिए विभाजनकारी एजेंडे को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "लेकिन कुछ नेता अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ऐसी विभाजनकारी राजनीति में शामिल हैं और मैं इसकी निंदा करता हूं।"
ठाणे में हुई इस घटना से सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश फैल गया है।इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को मराठी के नाम पर "गुंडागर्दी" करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि महायुति सरकार आम लोगों के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी।
फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा ‘‘महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है।लेकिन अगर कोई भाषा के आधार पर गुंडागर्दी करता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर कोई भाषा के आधार पर लोगों की पिटाई करता है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने इस घटना पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की है और अगर भविष्य में कोई इस तरह का भाषा विवाद करता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।