अगस्ता वेस्टलैंड डील के बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल को मंगलवार देर रात भारत लाया गया। उसे बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया। उसे 5 दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया है।
दुबई जेल में बंद रहा मिशेल प्रत्यर्पण के तहत यहां पहुंचा है। एयरपोर्ट से सीधे उसे सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया।
मिशेल अगस्ता वेस्टलैंड मामले में अब तक भारत में आपराधिक कार्यवाही से बच रहा था। भारतीय जांच एजेंसी को 3600 करोड़ रुपये के हेलीकॉप्टर डील मामले में काफी दिनों से ब्रिटिश नागरिक मिशेल की तलाश थी।
सह-आरोपियों के साथ मिलकर साजिश का आरोप
सीबीआई के मुताबिक, मिशेल पर इस डील में सह-आरोपियों के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप है। सह-आरोपी में तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। इसके तहत अधिकारियों ने वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की ऊंचाई 6000 मीटर से घटाकर 4500 मीटर कर अपने सरकारी पद का दुरुपयोग किया। भारत सरकार ने आठ फरवरी 2010 को रक्षा मंत्रालय के जरिए ब्रिटेन की अगस्ता वेस्टलैंड इंटरनेशनल लिमिटेड को लगभग 55.62 करोड़ यूरो का ठेका दिया था।
लिया थ्ाा 225 करोड़ का घूस
ईडी ने मिशेल के खिलाफ जून, 2016 में दाखिल अपने चार्जशीट में कहा था कि मिशेल को अगस्ता वेस्टलैंड से 225 करोड़ रुपये मिले थे। चार्जशीट के मुताबिक वह राशि और कुछ नहीं बल्कि कंपनी की ओर से दी गयी रिश्वत थी।
दुबई सरकार ने मिशेल के प्रत्यर्पण की मंजूरी दी थी। इससे पहले इस कदम के खिलाफ की गई मिशेल की अपील को भी अदालत ने खारिज कर दिया था। मिशेल दुबई में अपनी गिरफ्तारी के बाद से जेल में था। उसे यूएई में कानूनी और न्यायिक कार्यवाही के लंबित रहने तक हिरासत में भेज दिया गया था।