राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (आरबीएसई) से मान्यता प्राप्त अंग्रेजी माध्यम के प्राइवेट स्कूलों में 8वीं कक्षा में सामाजिक अध्ययन विषय की एक संदर्भ पुस्तक में स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को फादर ऑफ टेररिज्म (आतंकवाद का जनक) बताया गया है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री वसुंधर राजे से इस गलती को सुधारने और दोषियों को दंडित करने की मांग की है।
Class 8 book calls Bal Gangadhar Tilak 'father of terrorism' https://t.co/c1ZghCLptP
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 11, 2018
-via @inshorts
Would CM Rajasthan please correct it and punish the guilty?
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मान्यता प्राप्त अंग्रेजी माध्यम के प्राइवेट स्कूलों में मथुरा के प्रकाशक की संदर्भ पुस्तकें पढ़ाई जाती हैं। पुस्तक के पेज संख्या 267 पर 22वें अध्याय में तिलक के बारे में लिखा गया है कि उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन का रास्ता दिखाया था, इसलिये उन्हें आतंकवाद का जनक कहा जाता है।
पुस्तक में तिलक के बारे में जो टिप्पणी की गई है वह ‘18 वीं और 1 9वीं शताब्दी के दौरान राष्ट्रीय आंदोलन की घटनाएं’ चैप्टर का हिस्सा हैं। पुस्तक में बताया गया है कि तिलक का मानना था कि ब्रिटिश अधिकारियों से प्रार्थना करने मात्र से कुछ प्राप्त नहीं किया जा सकता। शिवाजी और गणपति महोत्सवों के जरिये तिलक ने देश में अनूठे तरीके से जागरूकता फैलाने का कार्य किया। उन्होंने ने लोगों के बीच स्वतंत्रता का मंत्र फूंका इसकी वजह से वे ब्रिटश शासन की आंखों के कांटा बन गए।
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के निदेशक कैलाश शर्मा ने कहा कि तिलक को ‘आतंकवाद का जनक’ बेहद निंदाजनक है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बात लिखने या बदलाव लाने के पहले इतिहासकारों से चर्चा की जानी चाहिए।