Advertisement

छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत पर कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को हटाने की मांग की

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोमवार को छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य...
छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत पर कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को हटाने की मांग की

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोमवार को छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला को हटाने की मांग की।उन्होंने उन बच्चों के परिवारों से मुलाकात की, जिन्होंने कफ सिरप पीने के बाद अपनी जान गंवा दी थी।पटवात्री ने एएनआई से कहा, "हमारे मुख्यमंत्री आज आठ दिन बाद यहां आ रहे हैं। जब पहले बच्चे की मौत हुई थी, तो हमारे विधायक ने जांच के लिए पत्र लिखा था। लेकिन यह (बच्चों की मौत) पूरी तरह से लापरवाही का उदाहरण है। मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त करें और तभी ऐसा लगेगा कि आपने मामले को गंभीरता से लिया है। प्रभावित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जानी चाहिए।"

इससे पहले आज मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव और स्वास्थ्य मंत्री शुक्ला की आलोचना की और पीड़ितों के लिए 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और उनके परिवारों के लिए नौकरी की मांग की।सिंघार ने एएनआई से कहा, "अब, जब इतने सारे बच्चे मर गए हैं, तो आपने उस कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन आप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर रहे हैं। डॉक्टर की क्या गलती है? हजारों डॉक्टर दवा लिखते हैं, लेकिन कंपनी दवा बनाती है। सरकार दवा कंपनी से निपटने के लिए ड्रग कंट्रोलर को नियुक्त करती है। आपने ड्रग कंट्रोलर को जवाबदेह क्यों नहीं ठहराया?"।

उन्होंने मुख्यमंत्री से स्थिति और बिगड़ने से पहले कार्रवाई करने को कहा तथा स्वास्थ्य मंत्री को बुलाने का अनुरोध किया।उन्होंने कहा, " मुख्यमंत्री जी, क्या आप तब जागेंगे जब मध्य प्रदेश कब्रिस्तान में बदल जाएगा? मेरा मानना है कि तत्काल कार्रवाई ज़रूरी है। मुख्यमंत्री को तुरंत स्वास्थ्य मंत्री से जवाब मांगना चाहिए। उन्हें तलब करना चाहिए। कफ सिरप कंपनी को क्लीन चिट दे दी गई है।"

सिंघार ने कहा, "मैं स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि वे तत्काल कार्रवाई करें और न्यायिक जांच कराएं। पीड़ितों को 10-10 लाख रुपये दिए जाएं। अगर उनके परिवार में कोई है तो उसे नौकरी दी जाए।"मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कथित तौर पर कफ सिरप पीने से अब तक कम से कम 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि आठ बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad