कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को अलवर में गैंगरेप पीड़िता और परिजनों से मुलाकात की तथा पीडिता को जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। राहुल के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी थे।
राहुल ने कहा कि घटना के बारे में सुनने के तुरंत बाद अशोक गहलोत जी से बात की। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है। मैं पीड़ित परिवार से मिला और उन्होंने न्याय मांगा है जो किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
'मेरे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है'
मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'यह मुद्दा मेरे लिए राजनीतिक नहीं है। यह मेरे लिए भावनात्मक मामला है। मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं बल्कि पीड़िता से मुलाकात करने आया हूं।' उन्होंने कहा, 'जैसे ही मुझे इस घटना की जानकारी मिली, मैंने अशोक गहलोत जी बात की। मेरे लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। मैं पीड़ित परिवार से मिला. उन्होंने न्याय की मांग की। उनके साथ न्याय किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'
राहुल गांधी अलवर में पीड़िता के परिवार से बुधवार को ही मुलाकात वाले थे लेकिन खराब मौसम की वजह से राहुल गांधी का अलवर दौरा रद्द हो गया था।
अलवर के दो जिले बनेंगे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अलवर क्राइम के मामले में संवेदनशील जिला हैं। पुलिस के लिहाज से इसे दो जिलों में बांटा जाएगा, जिसकी पहले से मांग की जाती रही है। इसके अलावा अगर एसएचओ एफआईआर दर्ज करने से मना करता है तो एसपी के दफ्तर में इसे दर्ज करवाया जा सकता है। एससी-एसटी की तरह महिलाओं से जुड़े अपराध के लिए सीओ स्तर की नई पोस्ट बनाई जाएगी।
2 मई को की गई थी एफआईआर
अलवर जिले के थानागाजी थाना क्षेत्र में 26 अप्रैल को पति के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही एक दलित महिला से छह लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म कर उसका वीडियो बनाया। मामला दर्ज होने में कथित देरी के मामले में पुलिस और राज्य सरकार की काफी आलोचना हो रही है।
मामले में 2 मई को एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस दुष्कर्म करने के पांच आरोपियों और वीडियो को सोशल मीडिया पर डालने के एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।