जम्मू-कश्मीर में होने वाले ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव (बीडीसी) चुनाव का कांग्रेस भी बहिष्कार करेगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर ने कहा कि कश्मीर में राजनीतिक नेता नजरबंद हैं। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग को ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव के ऐलान से पहले राजनीतिक दलों से बात करनी चाहिए थी। जब नेता हिरासत में होते हैं तो राजनीतिक दल चुनाव में कैसे हिस्सा ले सकते हैं। अगर सरकार ने सभी नेताओं को रिहा कर दिया होता तो हम चुनाव में हिस्सा लेते लेकिन हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
‘भाजपा निहित स्वार्थों के लिए करवा रही चुनाव’
जीए मीर ने आरोप लगाया कि राज्य में ऐसे हालात बनाए गए हैं कि भाजपा को छोड़ अन्य दलों के नेता अपने कार्यकर्ताओं के बीच जाकर प्रचार प्रसार नहीं कर सकते। जीए मीर ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के कई नेता अभी भी नजरबंद हैं। यही नहीं उन्हें या उनके नेताओं को जम्मू से कश्मीर में जाने नहीं दिया जा रहा। यहां तक की उन्हें सुरक्षा तक मुहैया नहीं करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ये पाबंदियां इस ओर संकेत करती हैं कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए जल्दबाजी में चुनाव करवा रही है।
पीडीपी-एनसी ने किया बहिष्कार
पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) ने पहले ही चुनाव का बहिष्कार किया है। कांग्रेस ही एकमात्र प्रमुख विपक्षी पार्टी थी जो भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ रही थी, लेकिन अब कांग्रेस के चुनाव में भाग न लेने के बाद मुख्य तौर पर भाजपा और पैंथर्स पार्टी ही मैदान में रह गई हैं। हालांकि, भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा करने के बाद प्रचार करना शुरू भी कर दिया है।
कब हैं चुनाव
जम्मू-कश्मीर में ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव पहली बार 24 अक्टूबर को होने जा रहे हैं। बुधवार को इन चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है।