उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर के संबंध में सभी संबंधित हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा।
लखनऊ में जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि कॉरिडोर के परिणामस्वरूप किसी को भी विस्थापित नहीं किया जाएगा और अधिकारियों को प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए एक विस्तृत कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया, जिसमें उनकी जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने विशेष कॉरिडोर में मल्टी-लेवल पार्किंग और व्यावसायिक स्थान की व्यवस्था करने पर भी जोर दिया।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पिछले साल नवंबर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मथुरा में प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के लिए कॉरिडोर बनाने की उत्तर प्रदेश सरकार की योजना को मंजूरी दी थी। राज्य सरकार ने न्यायालय के समक्ष कॉरिडोर विकास से संबंधित योजना रखी थी जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन और पूजा की सुविधा के लिए मंदिर के आसपास लगभग पांच एकड़ भूमि की खरीद शामिल होगी।
जन्माष्टमी के अवसर पर दो दिवसीय मथुरा दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने दूसरे दिन सोमवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। आदित्यनाथ ने मथुरा-वृंदावन में श्रद्धालुओं और पर्यटकों से जुड़ी सेवाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि पूरे ब्रज मंडल में स्थानीय निवासी हो या पर्यटक या श्रद्धालु, सभी की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, "सभी की आस्था का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए, इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाना चाहिए। परिक्रमा मार्गों और राजमार्गों पर सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। बाइक और पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) की गश्त भी बढ़ाई जानी चाहिए।" समीक्षा बैठक में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा पर चर्चा करते हुए आदित्यनाथ ने अधिकारियों से पूरे नगर निगम क्षेत्र को जल्द से जल्द 'सेफ सिटी' के रूप में विकसित करने को कहा।
बयान में कहा गया कि उन्होंने यहां एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली को प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने और संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लगातार पुलिस की मौजूदगी के निर्देश दिए। ब्रज क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी सड़क टूटी या गड्ढे वाली न हो।
उन्होंने कहा, "इस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। अगर कहीं ऐसा है तो उसे तुरंत ठीक किया जाना चाहिए।" आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि जल जीवन मिशन या अमृत योजना के तहत चल रहे कार्यों के कारण जहां भी सड़क क्षतिग्रस्त हुई है, उसे जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए। उन्होंने परिक्रमा मार्ग की सफाई सुनिश्चित करने और इससे जुड़ी सड़कों की मरम्मत पर भी जोर दिया।
श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मथुरा-वृंदावन आते हैं। उन्होंने कहा, "साल दर साल इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में यहां श्रद्धालुओं के लिए सभी सुविधाएं बेहतर करना जरूरी है। व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि यहां से लौटने वाले श्रद्धालु सुखद अनुभव लेकर जाएं।" मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।