देश में कोरोना की रफ्तार अब काफी धीमी पड़ चुकी है। कई राज्यों ने अपने यहां लागू पाबंदियों में ढील देनी शुरू कर दी है। अनलॉक प्रक्रिया के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले 7 मई को आए थे और उसके बाद से अब तक आंकड़ों में 79 फीसदी की भारी गिरावट आई है। ऐसे में कोरोना के नए केस में गिरावट के सिलसिले को अनलॉक के बीच बरकरार रखना एक बड़ी चुनौती है। वहीं, मंत्रालय ने कोविशील्ड की 25 करोड़ और कोवैक्सीन की 19 करोड़ खुराकों के लिए नया ऑर्डर दिया है। सरकार ने महामारी की और लहरों से बचने के लिए पूरी आबादी का टीकाकरण होने तक कोविड रोधी व्यवहार का पालन करने पर जोर दिया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि लॉकडाउन में ढिलाई के बावजूद हमें कुछ महीने तक बड़ी संख्या में एकत्र होने से बचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जहां 7 मई को देश में प्रतिदिन के हिसाब से 4,14,000 मामले दर्ज किए गए थे, वे अब 1 लाख से भी कम हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में 86,498 मामले देश में दर्ज किए गए। यह 3 अप्रैल के बाद अब तक एक दिन के सबसे कम मामले हैं। रिकवरी रेट बढकर 94.3% हो गई है। सैंपल टेस्टिंग में भी बढ़ोतरी हुई है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने नई वैक्सीनेशन पॉलिसी पर बताया कि नई गाइडलाइन में 75% वैक्सीन की केंद्र सरकार खरीद करेगी। राज्यों को फ्री वैक्सीन दी जाएगी। राज्यों को आबादी, संक्रमण की स्थिति और उस राज्य में वैक्सीनशन किस रफ्तार से हो रही है और वैक्सीन की बर्बादी कम हो तो उस राज्य को ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि कोविशील्ड को 25 करोड़ और भारत बायोटेक को कोवेक्सीन के 19 करोड़ डोज का आर्डर दिया है। 30% एडवांस रक्कम भी दे दी गई है। 74 करोड़ डोज की व्यवस्था कर ली है। एडवांस में, जिसमे भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम की कोविशील्ड और बायोलॉजिकल ई की वैक्सीन डोज बुक की गई है।