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अमेरिका में लगा कोरोना का पहला टीका, देश में 8 वैक्सीन के चल रहे हैं ट्रायल, तीन ने मांगी है इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी

कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित अमेरिका में कोरोना का पहला टीका लगाया गया है। अमेरिकी...
अमेरिका में लगा कोरोना का पहला टीका, देश में 8 वैक्सीन के चल रहे हैं ट्रायल, तीन ने मांगी है इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी

कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित अमेरिका में कोरोना का पहला टीका लगाया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को इसके लिए पूरे अमेरिका और विश्व को बधाई दी है। ऐसे में भारत में भी लोगों को इंतज़ार है कि आखिर कब तक कोरोना की वैक्सीन मिलेगी. भारत में भी कई वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं। वहीं, कई दवा कंपनियों ने इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन के लिए अनुमति मांगी है। ऐसे में आपको बताते हैं कि कौन सी वैक्सीन का ट्रायल कितना हुआ है और किसने अनुमति मांगी है.

सी वैक्सीन स्पूतनिक- V को लेकर यह अच्छी खबर सामने आई है। रूस का स्पूतनिक पांच टीका कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में 91.4 फीसदी असरकारक है।

भारत में इस समय कुल 8 वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं. ये सभी ट्रायल अलग लग चरणों में हैं. कुछ एडवांस स्टेज पर हैं, तो कुछ तीसरे चरण के अंतिम में हैं। वहीं, खुद पीएम मोदी सब वैक्सीन से जुड़ी कंपनी, मैन्युफैक्चरर, वैज्ञानिकों से बात कर चुके हैं।

वहीं, भारत में अब तक कुल तीन दवा बनाने वाली कंपनियों ने कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से अनुमति मांगी है। ये कंपनी है फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड. इसमें से फाइजर को छोड़ बाकी दोनों दवा कंपनी के वैक्सीन का भारत में ट्रायल हुआ है।

स्वास्थ्य मामलों के जानकारों के मुताबिक जल्द ही भारत को कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी. इसे देने के लिए सरकार ने प्राथमिकता सूची भी तैयार कर ली और कैसे दिया जाएगा इसकी पूरी व्यवस्था भी कर ली है।

कोविड-19 टीकाकरण के लिए केंद्र की ओर से राज्यों को जारी किए गए दिशा-निर्देशों के तहत टीका देने के बाद करीब 30 मिनट तक व्यक्ति की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। इसके तहत, एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100 से 200 लोगों का टीकाकरण होगा। पहले फेज में 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण होगा।

दिशा-निर्देशों के मुताबिक, कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (को-विन) प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। जिस स्थान पर टीकाकरण होगा, वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों को ही टीका लगाया जाएगा। उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं हो।

वहीं, ट्रंप ने ट्वीट किया,“पहले टीका का इस्तेमाल हुआ। अमेरिका को बधाई, विश्व को बधाई।”

गौरतलब है कि अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक विश्व के 192 देशों एवं क्षेत्रों में कोरोना वायरस से अब तक 7.23 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 16 लाख 14 हजार से अधिक मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं।

कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में अब तक 1.62 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि करीब तीन (2.99) लाख मरीजों की मौत हुई है।

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