चीन के कोरोना वायरस ने अमेरिका सहित एक दर्जन देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनिया के सभी देश इससे निपटने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी बीच खबर है कि भारत में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। चीन के तेनजिंग प्रांत से शिक्षा ग्रहण कर बिहार वापस लौटी एक छात्रा में कोरोना वायरस के लक्षण मिलने से सनसनी फैल गई है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि छात्रा एकता कुमारी को एहतियातन ऑब्जर्वेशन में रखा गया है और उसमें किसी तरह की दिक्कत या समस्या नहीं पाई गई है। हालांकि, उसकी विस्तृत जांच के लिए उसे पटना के पीएमसीएएच ले जाया जा रहा है।
चीन से बिहार लौटी लड़की में कोरोना वायरस के संक्रमण
बताया जा रहा है कि शांति नगर की रहने वाली एकता कुमारी तेनजिंग प्रांत में रिसर्च की पढ़ाई कर रही है और हाल ही में वहां कोरोना वायरस के संक्रमण की खबरों के बीच वह वापस इंडिया लौटी। कोलकाता में विमान से उतरने के बाद एकता छपरा पहुंची, जहां उसे हल्का बुखार महसूस हुआ, जिसके बाद चिकित्सकों की जानकारी में यह बात आई और उसे छपरा सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया।
छात्रा को अभी ऑब्जर्वेशन में रखा गया
सिविल सर्जन माधवेश्वर झा ने बताया था कि छात्रा को अभी ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। चूंकि छपरा में कोरोना वायरस से संबंधित जांच की व्यवस्था नहीं है, इसलिए उसे सोमवार को पटना के पीएमसीएच भेजा जाएगा जहां उसकी विस्तृत जांच की जाएगी। चीन के कोरोना वायरस ने अमेरिका सहित एक दर्जन देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनिया के सभी देश इससे निपटने की कोशिश में लगे हुए हैं।
राजस्थान में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया
इससे पहले रविवार को जयपुर में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है। बताया जा रहा है कि जयपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस से पीड़ित लड़का चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। भारत आने के बाद उसमें कोरोना वायरस के लक्षण देखने को मिले, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सवाई मान सिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज प्रशासन को चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर लौटे छात्र के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका पर उसे तत्काल अलग वार्ड (आइसोलेशन) में रखने एवं उनके पूरे परिवार की स्क्रीनिंग के निर्देश दिए हैं। शर्मा ने संदिग्ध मरीज के नमूने तत्काल पुणे स्थित नेशनल वायरोलॉजी लैब भिजवाने के निर्देश दिए हैं।
चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हुई
गौरतलब है कि चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की तादाद 80 हो गई है। वहीं, वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या 2,300 पहुंचने की आशंका हैं। हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान 1.1 करोड़ आबादी वाला शहर है और संक्रमण का मुख्य केंद्र है। हुबेई के महापौर ने रविवार को बताया कि 56 लोगों की मौत हुई है, 1,975 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसी के साथ शहर में 1,000 नए मरीज होने की आशंका है। महापौर झोउ शियांवांग ने कहा कि उन्होंने यह दावा अस्पतालों में मरीजों के परीक्षण और निगरानी में रखे गए लोगों के आधार पर किया है।
324 लोगों की हालत गंभीर
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि कुल 1,975 संक्रमित लोगों में से 324 लोगों की हालत गंभीर है और ठीक होने के बाद 49 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया। इस दौरान कोरोना वायरस के 2,684 संदिग्ध मामले भी पाए गए हैं। स्वास्थ्य प्रशासन ने संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लगभग 23,500 लोगों का परीक्षण किया है, जिनमें से 21,500 लोगों में किसी भी लक्षण को देखने के लिए उन्हें लगातार निगरानी में रखा गया है। चीन के 34 में से कम से कम 25 प्रांतीय खंडों में स्वास्थ्य का उच्चतम आपातकाल घोषित कर दिया गया है।
1,000 और स्वास्थ्य कर्मियों को वुहान भेजने की तैयारी
वुहान से शुरू संक्रमण पूरे चीन में फैल गया है और अमेरिका सहित करीब एक दर्जन देशों में इससे संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। अमेरिका, फ्रांस और रूस अपने नागरिकों को वुहान से निकालने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, अन्य देश संक्रमण रोकने के लिए संभावित संक्रमितों को अलग स्थान पर रखने की वैकल्पिक व्यवस्था कर रहे हैं। शहरों को बंद करने के साथ सरकार और अधिक डॉक्टरों और नर्सों को वुहान भेज रही है। 1,350 स्वास्थ्यकर्मी पहले ही वुहान पहुंच चुके हैं और 1,000 स्वास्थ्य कर्मियों को और भेजा जा रहा है।
चीन के वुहान से हुई शुरुआत
हुबेई की राजधानी वुहान में लगभग 1.1 करोड़ लोग रहते हैं और कोरोना वायरस का पहला मामला यहीं पाया गया था। वुहान में हर तरह का यातायात रद्द कर दिया गया है। महामारी के लगातार फैलने के कारण रविवार को अन्य शहरों में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशनों और बीजिंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने वालों समेत कुल 55 रेलवे स्टेशनों पर तापमान स्क्रीनिंग की जा रही है, जिससे संदिग्ध मामलों की पहचान की जा सके। इस बीमारी के खिलाफ चीन ने वुहान में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों समेत 600 कर्मियों को तैनात किया है।