देश में खासतौर से दिल्ली एनसीआर में आने वाले समय में वैक्सिनेशन अभियान की गति पर असर पड़ सकता है। दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित सिरिंज बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी हिंदुस्तान सिरिंज और मेडिकल डिवाइसेस (एचएमडी) की तीन फैक्ट्रियों में ताला लटक गया है। इस फैक्ट्री में रोजाना 1.5 करोड़ सुई और 80 लाख सीरिंज का उत्पादन होता है, लेकिन अब यह रुक गया है।
मेडिकल डिवाइसेज लिमिटेड (एचएमडी) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, "सुई और सिरिंज बनाने वाली कम्पनियों के बंद होने से एनसीआर में स्वास्थ्य सेवा वितरण और विशेष रूप से कोविड 19 टीकाकरण प्रभावित हो सकता है।"
एचएमडी के प्रबंध निदेशक राजीव नाथ ने बताया, "कई अन्य कंपनियों के कारखानों के साथ-साथ फरीदाबाद में हमारे सुई और सीरिंज फैक्ट्रियों को बंद करने के लिए कहा गया है।"
उनके अनुसार, भारत और विश्व स्तर पर सिरिंज पहले से ही कम चल रहे हैं और सरकार ने निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि दिसंबर के अंत तक निर्यात प्रतिबंध हटा लिया जाएगा क्योंकि दीवाली के बाद पीक डिमांड कम हो गई है।
उन्होंने कहा कि एचएमडी उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल और टीकाकरण के लिए भारत की सीरिंज आपूर्ति में 66 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है। उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र में आग्रह किया है कि सीरिंज निर्माण सुविधाओं को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत राष्ट्रीय महत्व के उत्पाद बनाने के रूप में घोषित किया जाए। जाहिर हो कि हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने फरीदाबाद में बढ़ते प्रदूषण के कारण 228 यूनिट्स को बंद करने का निर्देश दिया है।
एचएमडी का कहना है कि उनके सबसे बड़े प्लांट में बिजली कटने पर पीएनजी पर चलाने की व्यवस्था उपलब्ध है और अब तो डीजल का उपयोग भी कम हो रहा है।