गाय संरक्षण प्रकोष्ठ के राज्य अध्यक्ष सुब्रत गुप्ता ने कहा, प्रधानमंत्री ने जो कुछ भी कहा, वह सही है। गौरक्षा के नाम पर किसी पर हमला करने का अधिकार नहीं है। गौरक्षा के नाम पर दलितों पर हमला किए जाने की घटनाएं हुई हैं, यह गलत है। यह नहीं होना चाहिए। लेकिन हमारी गाय गणना का दलितों पर हमले से कोई लेना देना नहीं है, इसलिए यह जारी रहेगी। क्योंकि यह मानवता और देश की खातिर है। हिंदू धर्म में गाय को मां समझा जाता है और हर किसी को अपनी मां की चिंता होती है। उसे उसकी रक्षा करने का अधिकार है।
गाय की गणना की रिपोर्ट 15 सितंबर को तैयार होगी। सुब्रत गुप्ता का दावा है कि भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, शिव सेना और अन्य हिंदुत्व समूह एवं संगठन इसमें मदद कर रहे हैं। उन्होंने माना कि यह करते हुए कई धमकियों एवं रुकावटों का सामना करना पड़ा है लेकिन हम इस काम के प्रति प्रतिबद्ध हैं और इसे जारी रखेंगे। पर्यावरण, पारिस्थितिकी एवं देश की खातिर गौरक्षा की आवश्यकता है।
एजेंसी इनपुट