चक्रवाती तूफान निसर्ग बुधवार दोपहर को 120 किलोमीटर की गति से महाराष्ट्र में आने के बाद कमजोर होने लगा है। शाम तक इसकी तीव्रता कम हो जाएगी और देर रात तक खत्म हो जाएगा। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात की शुरुआत दोपहर 12.30 बजे अलीबाग में हुई और प्रक्रिया 2.30 बजे पूरी हुई। यह तूफान मुंबई के 75 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और पुणे से 65 किलोमीटर पश्चिम में है।
उन्होंने कहा कि यह कमजोर पड़ने लगा है। हवा की गति वर्तमान में 90-100 किलोमीटर प्रति घंटा है और शाम तक तीव्रता कम हो जाएगी और देर रात तक खत्म हो जाएगा। इससे पहले चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के मुंबई में अलीबाग और रायगढ़ जिले के तट पर टकराया। मुंबई में 129 वर्षों में इस पहले चक्रवाती तूफान से तबाही की आशंका थी।
राहत बचाव कार्य जारी
'निसर्ग' महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से गुजर चुका है और अब उत्तर महाराष्ट्र तथा गुजरात की ओर बढ़ गया है। इस दौरान निसर्ग के चलते मुंबई, रत्नागिरी, रायगड, नवी मुंबई में जमकर तेज हवाएं चलीं और जोरदार बारिश हुई। बारिश के साथ तूफानी हवाओं ने पूरे शहर में जगह-जगह पेड़ों को गिरा दिया। बीएमसी तथा और राहत-बचाव टीमों के द्वारा इन्हें हटाया जा रहा है।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा
मुंबई में लोगों को गुरुवार दोपहर तक घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई। प्रशासन ने कोरोना वायरस मरीजों सहित करीब 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। निसर्ग तूफान के मद्देनजर मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों के रूट बदल दिए और कई ट्रेनों के समय में बदलाव किया। गुजरात में 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
इन ट्रेनों के रूट बदले
मध्य रेलवे के बयान के अनुसार मुंंबई से चलने वाली पांच स्पेशल ट्रेनों का समय बदला गया है और तीन स्पेशल ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया। एलटीटी-गोरखपुर स्पेशल ट्रेन सुबर 11.10 बजे के बजाय शाम को आठ बजे रवाना होगी। इसी तरह एलटीटी-तिरुवनंतपुरम स्पेशल सुबह 11.40 बजे के स्थान पर शाम 6 बजे और एलटीटी-दरभंगा स्पेशल 12.15 बजे के स्थान पर शाम 8.30 बजे चलेगी। एलटीटी-वाराणसी स्पेशल 12.40 बजे के स्थान पर शाम 9 बजे और सीएसएमटी-भुवनेश्वर स्पेशल 3.05 बजे के बजाय शाम 8 बजे रवाना होगी।
बीती रात तूफान की स्थिति
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने आज कहा है कि चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के उत्तरी तट की ओर 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ गया है। आज तड़के 2.30 बजे तूफान अलीबाग से 200 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और मुंबई से 250 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था। आइएमडी ने कहा कि मुंबई में सुबह 4.30 बजे हवा की रफ्तार 22 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई। भविष्यवाणी है कि तटीय कर्नाटक और मराठवाड़ा में अधिकांश स्थानों पर हल्की और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
मुंबई में सौ साल का सबसे भयानक तूफान
पिछले 15 दिनों में यह भारत में आने वाला दूसरा तूफान है। देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में 100 साल से ज्यादा समय के बाद इतनी तीव्रता का तूफान आने वाला है। इसी वजह से पूरे तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मुंबई के अलावा समूचे महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव में तूफान की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट रखा गया है।
आइएमडी के अनुसार तीव्र चक्रवाती तूफान का असर करीब छह घंटे तक बना रहेगा। उसके बाद तूफान उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में उत्तरी-उत्तर पूर्व की ओर मुड़ जाएगा। पुणे में हवाओं की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की। उन्होंने राज्यों के सीएम को केंद्र सरकार से हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है। इसके अलावा दमन और दीव के साथ दादर और नगर हवेली के एडमिनिस्ट्रेटर प्रफुल पटेल से भी चर्चा की है। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से दो दिनों तक घर के अंदर रहने की अपील की है। बता दें कि तूफान बुधवार यानी तीन जून को मुंबई पहुंचने की संभावना है। तूफान से संभावित तबाही से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
तूफ़ान के ख़तरे से निपटने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाक़ों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। एनडीआरएफ के अलावा नौसेना और कोस्ट गार्ड के जवान भी तैयार हैं। चार जून तक एहतियातन मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है तथा आम लोगों को भी तटीय इलाक़ों से दूर रहने को कहा गया है।
एनडीआरएफ की टीमों को किया तैनात
दोनों राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एनडीआरएफ की टीमों को लगाया गया है और अन्य टीमों को भी वहां विमानों के जरिए पहुंचाया जा रहा है। सेना की बचाव और राहत टीमों के साथ साथ नेवी के जहाज और एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट को तैनात रहने के लिए कहा गया है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निसर्ग से निपटने के लिए तैयारियों पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है।