उत्तर प्रदेश में दलित समाज ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को गंगाजल से धोकर प्रतिमा को पवित्र किया। दलित समाज के वकीलों का कहना है कि कुछ दिन पहले आरएसएस के राकेश सिंहा और उनके साथ अन्य नेताओं ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। इसलिए वह इसे गंगाजल से नहला रहे हैं। इससे प्रतिमा शुद्ध हो जाएगी।
RSS नेता के माल्यार्पण के बाद अंबेडकर की प्रतिमा का शुद्धिकरण
मामला मेरठ का है, जहां संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगी हुई है। आज वकीलों का एक दल यहां पहुंचा और प्रतिमा की गंगाजल और दूध से धुलाई की। वकीलों के अनुसार, उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि कुछ दिन पहले आरएसएस के राकेश सिंहा और अन्य ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था।
वकीलों का कहना है कि बीजेपी दलितों पर अत्याचार करती है। उन्होंने भीमराव आंबेडकर के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन अब दलितों को बहलाना चाहती है। यही वजह है कि प्रतिमा को साफ कर शुद्ध करने का फैसला लिया गया।
पिछले दिनों अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित करने करने की कई घटनाएं हुईं
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं को छति पहुंचाई गई या तोड़ दिया गया। इससे दलित समाज में रोष है। वहीं, कुछ दिन पहले ही बीजेपी की केंद्र सरकार ने एससी/एसटी एक्ट को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदल खुद को दलितों का हितैषी बताने की कोशिश की।
एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट के तहत दलितों द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। वहीं, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी लगातार बीजेपी को दलितों के हित की पार्टी बता रहे हैं, जबकि दूसरी पार्टियां भी खुद को दलित हितैषी बता रही हैं।
Meerut: A group of Dalit lawyers 'purified' statue of Dr BR Ambedkar near Dist Court y'day, say "RSS' Rakesh Sinha came&garlanded the statue.BJP govt oppresses Dalits.They've nothing to do with Ambedkar but do this to promote BJP&allure Dalits. So we purified this with Gangajal." pic.twitter.com/cs8tnzZ3XE
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2018