पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। राष्ट्रपति ने कहा कि अटलजी महामानव थे और हर किसी को उनकी कमी खलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका जाना एक युग का अंत है। उन्होंने कहा कि मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था।
उन्होंने कहा कि अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे।
मोदी ने कहा कि लेकिन वो हमें कहकर गए हैं- “मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?”
देश ने महान सपूत को खो दियाः राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अटल जी देश के महान सपूत थे। लाखों लोग उन्हें सम्मान देते थे। उन्होंने कहा कि हम उनकी कमी महसूस करेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से उन्हें गहरा दुख हुआ है। वह एक उत्कृष्ट वक्ता, प्रभावशाली कवि, एक असाधारण राजनेता, उत्कृष्ट संसद और एक महान प्रधान मंत्री थे।
आधुनिक काल के अजातशत्रु थे अटल जीः वेंकैया नायडू
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सच्चे भारतीय थे। वह दिल की बात कहने में कभी हिचकते नहीं थे। वह आधुनिक काल के अजातशत्रु थे क्योंकि उन्होंने सदा गरिमा और मर्यादा का पालन किया।
अहंकार से दूर थे अटल जीः मुलायम
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा नेता ने कहा कि अटल जी का निधन देश के लिए बड़ी क्षति है। बहुत बड़े नेता होने के बाद भी वह बहुत ही सामान्य थे। उनमें थोड़ा सा भी अहंकार नहीं था। आज के नेताओं को उनसे बहुत कुछ सीखना चाहिए।
65 साल से मेरे सबसे नजदीकी मित्र थेः आडवाणी
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि अटल जी मेरे लिए वरिष्ठ सहयोगी ही नहीं थे वास्तव में 65 साल से अधिक समय से मेरे सबसे नजदीकी मित्र थे। मेरे पास अपनी पीड़ा का बयान करने के लिए कोई शब्द नहीं हैं।
काल ने अटल जी को हम से छीन लियाः प्रणब
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि अटलजी जैसे महापुरुष के निधन से देश गरीब हो गया है। हालांकि वे काफी समय से बीमार थे लेकिन मुझे विश्वास नहीं था कि उनका निधन हो जाएगा। काल ने उन्हें हम से छीन लिया।
सभी को लेकर साथ चलने की क्षमता थी वाजपेयी के अंदरः सुमित्र महाजन
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि अटल जी राजनीति के आकाश में वैसे सितारे की तरह थे जिसकी चमक दूसरों की तुलना में अधिक थी। उनके अंदर सभी को साथ लाने की अद्भुत क्षमता थी।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    