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लॉकडाउन में पिता-पुत्र की पुलिस हिरासत में मौत, नेताओं से लेकर बॉलीवुड स्टार्स ने उठाए सवाल

तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में पुलिस की बर्बरता के कारण एक पिता और उसके बेटे की मौत हो गई। इस घटना के...
लॉकडाउन में पिता-पुत्र की पुलिस हिरासत में मौत, नेताओं से लेकर बॉलीवुड स्टार्स ने उठाए सवाल

तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में पुलिस की बर्बरता के कारण एक पिता और उसके बेटे की मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस पर कई आरोप भी लग रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस हिरासत में पिता-पुत्र के साथ क्रूरतापूर्वक यौन उत्पीड़न भी किया गया था। इस मामले में राजनीति गर्माने के बाद कानून में सुधार की मांग उठने लगी है। वहीं, अब इस मामले पर साउथ स्टार्स समेत बॉलीवुड के कई स्टार्स ने भी अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।

मामले पर राजनीति गर्म

विपक्षी दल डीएमके ने इस घटना पर एआईएडीएमके सरकार पर हमला बोला है। डीएमके का कहना है कि सरकार ने इस घटना में पुलिस को कानून अपने हाथ में लेने कैसे दिया? साथ ही मृतकों के परिवार को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की है। डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि कथित तौर पर पुलिस द्वारा दो लोगों को जो यातना दी गई है ये राज्य सरकार द्वारा पुलिस को अपने हाथ में कानून लेने दिए जाने का नतीजा है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मामले पर दुख जताते हुए कहा कि दुख की बात है कि रक्षक ही शोषक बन जाता है। राहुल ने ट्वीट किया, "पुलिस द्वारा हिंसा एक जघन्य अपराध है। यह विडंबना है कि जब रक्षक ही शोषक बन जा रहे हैं।"

इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने घटना पर दुख जताया है, पर यातना दिए जाने की बात पर मुख्यमंत्री ने चुप्पी साधी। सीएम ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये और नौकरी देने की बात कही है। विपक्ष के नेता एमके स्टालिन ने कहा कि इस बर्बरता के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं उन्हें सख्त सजा दिए जाने की जरूरत है और इसमें उनकी पार्टी कानूनी सहायता देगी। सांसद कनिमोझी ने मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को लिखा है।

बॉलीवुड ने भी की न्याय की मांग

हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू, रितेश देशमुख, जेनेलिया डीसूजा, वीर दास और प्रियंका चोपड़ा ने पुलिस की क्रूरता के खिलाफ आवाज उठाते हुए न्याय की मांग की है। सभी ने इस खबर की निंदा करते हुए पुलिस की इस हरकत को अमानवीय बताया, साथ ही कहा- इस पिता-पुत्र के गुनाहगारों को सजा मिलनी चाहिए। जब से ये खबर सामने आई है सोशल मीडिया पर #JusticeforJayarajAndFenix ट्रेंड कर रहा है।

क्या है पूरा मामला

बता दें कि पिता और उसके बेटे को पुलिस ने मोबाइल की दुकान खुले रखने के लिए गिरफ्तार किया था। निर्धारित समय के बाद भी दुकान खोले रखने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में दोनों की अस्पताल में मौत हो गई थी। वहीं, परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पिता और बेटे की पुलिस हिरासत में जमकर पिटाई की थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा की गई मारपीट और हिंसा के निशान मृतकों के शरीर पर थे। घरवालों का कहना है कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए।

विरोध में बंद रहा बाजार

इस घटना के विरोध में तूतीकोरिन में सभी दुकानें बुधवार को बंद रखी गईं। बताया जा रहा है कि इस मामले में अब तक चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

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