देश के पांच राज्यों में अगले महीने से विधानसभा चुनाव होंगे। इनमें भाजपा मजबूती से चुनाव लड़ रही है। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट न देने की अपील करेंगे। इस दौरान लोगों को किसानों के प्रति मोदी सरकार के रवैये के बारे में बताएंगे। साथ ही 6 मार्च को केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे जाम करने का भी ऐलान किया गया है।
भारतीय किसान यूनियन के बलबीर एस राजेवाल ने कहा कि हम पश्चिम बंगाल और केरल में चुनावों के लिए दल भेजेंगे। हम किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन लोगों से अपील करेंगे कि वे उन उम्मीदवारों को वोट दें जो भाजपा को हरा सकते हैं।
संगठन के पदाधिकारी योगेंद्र यादव ने कहा कि 10 ट्रेड संगठनों के साथ हमारी मीटिंग हुई है। सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों का जो निजीकरण कर रही है उसके विरोध में. 15 मार्च को पूरे देश के मजदूर और कर्मचारी सड़क पर उतरेंगे और रेलवे स्टेशनों के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे। योगेंद्र यादव ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की आज बैठक में हमने 15 मार्च तक कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया है। छह मार्च को किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होंगे। इस दिन किसान सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को अलग-अलग स्थानों पर रोकेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी प्रदर्शन स्थलों पर महिला प्रदर्शनकारियों को सामने लाया जाएगा। पांच मार्च से कर्नाटक में एमएसपी दिलाओ आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसमें पीएम से फसलों के लिए एमएसपी सुनिश्चित करने को कहा जाएगा।
राजेवाल ने कहा सरकार की तरफ से किसान आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास किया गया था। केंद्र सरकार में हरियाणा के जो 3 केंद्रीय मंत्री हैं, उन 3 केंद्रीय मंत्रियों का उनके गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी।