कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बेंगलुरु केंद्रीय जेल में हुई चूक की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आर. हितेंद्र के नेतृत्व में एक समिति के गठन की सोमवार को घोषणा की।
यह घोषणा एक वीडियो सामने आने के बाद की गई है जिसमें कथित तौर पर कैदी केंद्रीय जेल में अपने बैरकों में स्मार्टफोन और निजी टेलीविजन सेट जैसी विशेष सुविधाओं का आनंद लेते हुए दिख रहे हैं।
उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि समिति में पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटिल और पुलिस अधीक्षक अमरनाथ रेड्डी तथा सी. बी. ऋषिनाथ सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य में जिन जिलों में प्रमुख जेल स्थित हैं उनके उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक भी इस समिति के सह-सदस्य होंगे।
मंत्री ने बेंगलुरु जेल के मुख्य अधीक्षक के. सुरेश का तबादला करने और अधीक्षक इमामसाब मियागेरी तथा सहायक अधीक्षक अशोक भजंत्री को निलंबित करने की भी घोषणा की।
पत्रकारों को जानकारी देते हुए परमेश्वर ने कहा, ‘‘यह निर्णय लिया गया है कि अब से एक भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी परप्पना अग्रहारा जेल (बेंगलुरु) का प्रभारी होगा।’’
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में एक कमान केंद्र स्थापित किया जाएगा जो जेल के सभी सीसीटीवी कैमरों को जोड़ेगा।
भाजपा ने सोमवार को बेंगलुरु जेल में सामने आई चूक के खिलाफ प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के कार्यालय एवं आवास का घेराव करने के लिए मार्च कर रहे भाजपा नेताओं को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया।