साल 2017 में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा से जोड़ने के आरोप में मानहानि के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जमानत मिल गई है। राहुल गांधी ने मुंबई की अदालत में पेश होकर खुद को बेकसूर बताया। अदालत ने उन्हें 15 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी है।
इस मामले की सुनवाई के दौरान राहुल गांधी की अगुआई में पार्टी नेता कृपाशंकर सिंह, बाबा सिद्दीकी, मिलिंद देवड़ा, संजय निरूपम अदालत के अंदर मौजूद थे। राहुल गांधी के पहुंचने के बाद मुंबई एयरपोर्ट के बाहर कांग्रेस के कई कार्यकर्ता इकट्ठे नजर आए, जो 'राहुल तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं' के नारे लगा रहे थे। कांग्रेस की मुंबई इकाई के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने यह जानकारी दी।
राहुल गांधी ने कहा, 'मैंने कोर्ट में कुछ नहीं कहा। मुझे पेश होना था, यह विचारधारा की लड़ाई है। मैं गरीबों और किसानों के साथ खड़ा हूं। आक्रमण हो रहा है, मजा आ रहा है, पिछले पांच वर्षों से 10 गुना ज्यादा मैं लड़ूंगा।'
कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद राहुल गांधी पहली बार मुंबई में सार्वजनिक तौर पर मौजूदगी दर्ज कराई। बता दें कि राहुल गांधी के खिलाफ एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता ने संघ की मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या है मामले
ध्रुतिमन जोशी नाम के शिकायतकर्ता ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और माकपा नेता सीताराम येचुरी पर भी ऐसे मामले दायर किए थे जिन्हें खारिज कर दिया गया था। जोशी ने अपनी याचिका में कहा था कि लंकेश की हत्या के मुश्किल से 24 घंटों के बाद ही राहुल गांधी ने हत्या के लिए आरएसएस और उसकी विचारधारा को जिम्मेदार ठहरा दिया था। महाराष्ट्र में राहुल गांधी के खिलाफ किसी आरएसएस कार्यकर्ता द्वारा दायर की गई यह दूसरी याचिका है।
राहुल गांधी पर ये है आरोप
आरोप है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से की विचारधारा से जोड़ा था। इसी मामले में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी को भी समन जारी किया गया था। बता दें कि गौरी लंकेश की सितंबर 2017 में बेंगलुरू में उनके घर के गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
आधिकारिक तौर पर राहुल ने पार्टी के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद से आधाकारिक रुप से इस्तीफा दे दिया। राहुल गांधी के मुताबिक, उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए क्योंकि पार्टी 542 में से केवल 52 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई। राहुल ने ट्विटर पर एक खुले पत्र में सार्वजनिक रूप से कहा कि बीजेपी की व्यापक जीत ने यह साबित कर दिया है कि देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का आरएसएस का लक्ष्य अब पूरा हो गया है।
इससे पहले 2014 में, एक स्थानीय कार्यकर्ता राजेश कुंते ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए कथित रूप से आरएसएस पर आरोप लगाने के लिए राहुल के खिलाफ याचिका दायर की थी। वह मामला ठाणे में भिवंडी अदालत में लंबित है।