रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज जोधपुर में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई 30एमकेआइ से उड़ान भरी। देश की पहली महिला रक्षा मंत्री पायलट के पीछे वाली सीट पर बैठीं। उन्होंने पायलटों की जी-सूट पहन रखी थी।
Defence Minister Nirmala Sitharaman in Flying G-Suit before taking off in SU 30MKI pic.twitter.com/jAzrKlI5it
— ANI (@ANI) January 17, 2018
विमान से उतरने के बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि यह उड़ान उनके जीवन के लिए एक यादगार और आंख खोलने वाला अनुभव बन गया है। उड़ान के दौरान मुझे पता चला कि वह (सुरक्षा बलों के जवान) स्थिति का सामना करने के लिए किस तरह की दृढ़ता और त्वरित गति से काम करते हैं।
रक्षा सूत्रों के अऩुसार सीतारमण की उड़ान करीब तीस मिनट तक चली और इस दौरान उन्होंने राजस्थान से जुड़ी सीमा का जायजा लिया। वह परिचालन मुस्तैदी और युद्ध क्षमताओं का जायजा लेने यहां पहुंची थीं। एयरबेस पर उन्होंने वायुसेना के अधिकारियों सहित अन्य सैनिकों से भी मुलाकात की। रक्षा मंत्री इससे पहले पोखरण में टैंक की सवारी भी कर चुकी हैं।
सुखोई 30एमकेआइ परमाणु क्षमताओं से लैस लड़ाकू विमान है। यह विमान विषम परिस्थितियों में भी दुश्मनों का सामना कर सकता है। इस समय भारत के पास दो सौ से ज्यादा सुखोई विमान हैं और ये 2600 किलोमीटर की रफ्तार से तीन हजार किलोमीटर के दायरे में दुश्मन की सीमा में जाकर मार करने में सक्षम है।
इससे पहले तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल पुणे में सुखोई विमान में उड़ान भर चुकी हैं।