राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने बुधवार को दिल्ली में किशोरी पर तेजाब फेंके जाने के मामले में प्राधिकारियों से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की।
एनसीडब्ल्यू ने पीड़िता को मुआवजे देने के लिए दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के समक्ष भी यह मामला उठाया है।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त को इस मामले में व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने और सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है। दिल्ली पुलिस के अनुसार इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एनसीपीसीआर ने पूछा कि आरोपी ने तेजाब जैसा पदार्थ कहां से खरीदा, क्योंकि इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा है।
एनसीपीसीआर ने मामले में तेजाब विक्रेता के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। एनसीडब्ल्यू ने सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता से मिलने के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की। टीम ने पीड़िता के पिता से भी बातचीत की है, जिन्होंने टीम को बताया कि लड़की की अभी तक किसी नेत्र चिकित्सक द्वारा जांच नहीं की गई है।
टीम ने सफदरजंग के चिकित्सा अधीक्षक के समक्ष इस बात पर चिंता व्यक्ति की, जिन्होंने जल्द से जल्द आंखों की जांच कराने का आश्वासन दिया। अधीक्षक ने यह भी बताया कि पीड़िता सात से आठ प्रतिशत तक झुलस चुकी है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की मीडिया सलाहकार लिली पॉल ने कहा, “हमने दिल्ली पुलिस के समक्ष यह मामला उठाया है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को पत्र भी लिखा है।”
एनसीपीसीआर की टीम पीड़िता से मिलने भी जाएगी। इससे पहले, पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम. हर्षवर्धन ने बताया है कि उत्तम नगर के पास मोहन गार्डन में सुबह करीब साढ़े सात बजे मोटरसाइकिल पर आए दो व्यक्तियों ने छोटी बहन के साथ स्कूल जा रही किशोरी पर तेजाब फेंक दिया।