दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को दिल्ली के गार्गी कॉलेज में एक सांस्कृतिक उत्सव के दौरान छात्रों से कथित छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार सभी दस लोगों को 10 - 10 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है। इससे पहले गुरुवार को इन सभी आरोपियों को साकेत जिला कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में तिहार जेल भेज दिया था। सभी आरोपियों की उम्र 18 से 25 साल के बीच है।
गौरतलब है, 10 फरवरी को हौज खास पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 452, 354, 509 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था जिसके बाद बुधवार को इन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके विरोध में कॉलेज की छात्राओं ने कार्रवाई की मांग को लेकर कक्षाओं का बहिष्कार भी किया था।
कई संदिग्धों की हुई थी पहचान
इस बाबत पुलिस ने कहा था कि 11 से अधिक पुलिस टीमें उपलब्ध तकनीकी विवरणों पर गौर कर रही है और संदिग्धों की पहचान करने और मामले की जांच करने के लिए नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर) के विभिन्न स्थलों का दौरा कर रही है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की गई और कई संदिग्धों की पहचान हुई। वहीं, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि आरोपी दिल्ली इसके आस-पास के विभिन्न कॉलेजों के छात्र हैं। उन्होंने कहा कि वे कॉलेज के गेट के बाहर एकत्र हुए, एक कार में तोड़फोड़ की और फिर अंदर घुस गए। पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने कॉलेज सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स के ऊपर छलांग लगाई और फिर छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया।
उस दिन क्या हुआ था
बता दें, पुरुषों के एक समूह ने 6 फरवरी को कॉलेज के फेस्ट के दौरान तोड़-फोड़ की और कथित तौर पर छेड़छाड़ की। यह घटना तब सामने आई थी जब कुछ छात्रों ने इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी आपबीती बताने लगे। छात्राओं और शिक्षकों ने इस घटना के बारे में अन्य सोशल मीडिया वेबसाइटों पर भी पोस्ट किया था।
छात्राओं ने किया प्रदर्शन
गार्गी कॉलेज के बाहर 10 फरवरी को 100 से अधिक छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि रैपिड एक्शन फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवानों को उस गेट के करीब तैनात किया गया था, उसके बावजूद बदमाश वहां से घुसने में कामयाब रहे।