शुक्रवार को होने वाले दिल्ली नगर निगम के मेयर के चुनाव से पहले दिल्ली सरकार और उप राज्यपाल वीके सक्सेना के बीच फिर ठन गई है। उप राज्यपाल ने बीजेपी की पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है जबकि दिल्ली सरकार ने पीठासीन अधिकारी के लिए आम आदमी पार्टी के पार्षद मुकेश गोयल के नाम का प्रस्ताव उप राज्यपाल को भेजा था।
बता दें कि पीठासीन अधिकारी का काम होगा कि शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम में मेयर का चुनाव करवाए।
बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा पूर्वी दिल्ली नगर निगम की मेयर रह चुकी हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के पार्षद मुकेश गोयल 1997 से पार्षद हैं और इस समय दिल्ली नगर निगम में सबसे पुराने पार्षद हैं।
आम आदमी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट किया है कि यह परंपरा है कि सदन के वरिष्ठतम सदस्य को प्रोटेम स्पीकर या पीठासीन अधिकारी के रूप में नामित किया जाता है, लेकिन भाजपा सभी लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों को नष्ट करने पर तुली हुई है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा दूसरी बार पार्षद बनी है, जबकि मुकेश गोयल तो 1997 से पार्षद हैं। इधर बीजेपी ने बताया है कि उपराज्यपाल ने सत्या शर्मा को नियुक्त किया है जो दूसरी बार पार्षद बनने के साथ ही पहले मेयर रह चुकी हैं।