दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों और जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन के सदस्यों के संसद मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज में एक महिला पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार के लिए माफी मांगी है। पुलिस ने धक्का-मुक्की और कैमरा छीनने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। जिस महिला पत्रकार के साथ यह घटना हुई है उन्होंने भी ट्वीट कर अपनी पीड़ा जाहिर की है।
Yesterday’s incident was a very unfortunate one. Our deepest apologies to the media. Our intention wasn’t to obstruct the media from doing its job. In the confusion, some female police personnel mistook the photojournalist as a protester: Delhi Police PRO Madhur Verma
— ANI (@ANI) March 24, 2018
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी तथा नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने आज यहां कहा कि शुक्रवार की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पत्रकारों के साथ हुई इस घटना के प्रति हम खेद व्यक्त करते हैं। वर्मा ने कहा कि पत्रकारों के काम में बाधा डालना हमारी मंशा नहीं थी। कुछ महिला पुलिसकर्मियों के महिला पत्रकार को भ्रमवश आंदोलनकारी समझने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। उन्होंने यह साफ किया कि वह इस तरह की बात मामले से बचने के लिए बिल्कुल नहीं कर रहे हैं। इस मामले में कड़ा संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस तथा वह स्वयं हमेशा इस बात को स्वीकार करते हैं कि मीडिया हमारे लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा है। हमेशा हमारी यही कोशिश रहती है कि पुलिस की ओर से पत्रकारों के काम में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो। पुलिस की इस घटना की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई है। लोगों से महिला पत्रकार के साथ धक्का-मुक्की का वीडियो टैग करते हुए ढेर सारे ट्वीट किए हैं।
.@Delhi Police roughed up @htTweets Photo Journalist #AnushreeFadnavis and snatched her camera during #JNU students protest in #Delhi. @htdelhi #JNURightToBunk #JNULongMarch @HMOIndia pic.twitter.com/UKwEW4h9yu
— Ajay Aggarwal (@AjayAggarwalHT) March 23, 2018
जिस महिला पत्रकार अनुश्री फडणवीस के साथ पुलिस ने दुर्व्यहार किया उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि काम के दौरान दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारी मेरे साथ हाथापाई करेंगी। मेरा कैमरा छीन लिया गया जो अभी तक नहीं मिला है।
Never thought I would be manhandled by lady delhi police officers while doing my job. My camera was snatched and I haven't yet received it https://t.co/qYXnCVyg7b
— Anushree Fadnavis (@anu_fadnavis) March 23, 2018
प्रवीण कुमार सिंह ट्वीट कर कहा कि पुलिस ने उन्हें भी मारा।
आज #JNUSU के शान्तिपूर्वक मार्च के दौरान #दिल्ली #पुलिस ने बर्बर #लाठीचार्ज मुझें भी मारा @anubhavsinha @anuragkashyap72 @ameeque_Jamei @HardikPatel_ @vishwajeet_aisf @ArvindKejriwal @RahulGandhi @AapKaGopalRai @jigneshmevani80 @varungrover @yadavakhilesh @yadavtejashwi pic.twitter.com/vWCBGu5hLU
— pravin kumar singh (@PravinJrt) March 23, 2018
जेएनएयू के छात्र और शिक्षक यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर अतुल जौहरी के निलंबन समेत कई मांगों को लेकर कैंपस से संसद तक मार्च निकाल रहे थे। इस दौरान उन पर आइएनए के पास वाटर कैनन का इस्तेमाल करने के अलावा लाठीचार्ज भी किया गया। इसमें कई छात्र घायल भी हुए। पुलिस ने कई छात्रों को गिरफ्तारी भी कि था।