राजधानी दिल्ली हिंसा में मारे गए आईबी के अफसर अंकित शर्मा के परिजनों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक करोड़ का मुआवजा देने का एलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की गई है।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल के परिजनों को भी एक करोड़ रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के का एलान किया था। गौरतलब है कि आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा का शव चांद बाग के एक नाले से बरामद हुआ था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा, 'अंकित शर्मा आईबी के जांबाज अधिकारी थे, दंगो में उनका नृशंस तरीके से कत्ल कर दिया गया। देश को उन पर नाज है। दिल्ली सरकार ने तय किया है कि उनके परिवार को 1 करोड़ की सम्मान राशि और उनके परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देंगे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।' बता दें कि आईबी कर्मी अंकित शर्मा के हत्या के मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच देखेगी।
अंकित के शरीर पर मिले चाकू के अनगिनत निशान
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) में तैनात अंकित शर्मा की उपद्रवियों ने बेरहमी से हत्या की थी। उनके शरीर पर चाकू के अनगिनत निशान मिले हैं। बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित के शरीर का कोई भी हिस्सा नहीं बचा, जहां चाकू नहीं मारा गया हो। आंत को भी निकाल लिया गया। डॉक्टरों का कहना है कि शरीर में इतने जख्म उन्होंने पहले कभी नहीं देखे। उपद्रवियों ने अंकित की हत्या करने के बाद शव को चांद बाग के नाले में फेंक दिया था। आशंका है कि कम से कम चार लोगों ने हत्या को अंजाम दिया है।
अब तक 230 से ज्यादा एफआईआर दर्ज
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में दिल्ली पुलिस ने अब तक 230 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की है। वहीं, अबतक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो ज्यादातर लोगों की मौत गोली लगने से हुई है। हिंसा के दौरान जमकर गोलियां चलीं। पुलिस इसकी जांच करेगी। इस मामले में 150 से ज्यादा लोगों को पकड़ा (गिरफ्तारी या हिरासत) गया है।
अफवाह को लेकर भी हुई कार्रवाई
रविवार को दिल्ली में दंगे की अफवाह फैल गई। रोहिणी जिले में अफवाह फैलाने के मामले में विकास नाम के एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसने ए ब्लॉक रामा विहार में फायरिंग की झूठी कॉल की थी। इसके अलावा दो और लोगों को हिरासत में लिया था। 22 साल के पुनीत जिसने रोहिणी इलाके में बच्चे फंसे होने की झूठी कॉल की थी। इसे पुलिस ने रात में हिरासत में लेकर 65 डीपी एक्ट के पूछताछ करके छोड़ दिया। शिवम नंदन (22) साल ने सेक्टर तीन में फायरिंग की झूठी काल की थी इसे भी हिरासत में लेकर पूछताछ करके छोड़ दिया। जांच करने पर पता चला की बाइक के साइलेंस की आवाज आई थी। बुध विहार में एक एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें हिंसा की झूठा कॉल करने वाले आरोपियों की तलाश जारी है।