दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सीमाएं अगले एक सप्ताह के लिए सील करने की घोषणा की है। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने और मौजूदा आपातस्थिति को संभालने के लिए यह कदम उठाया गया है।
ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में केजरीवाल ने कहा कि पासधारकों और आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश की अनुमति होगी। उन्होंने आम लोगों से सीमाओं को दोबारा खोलने के बारे में सलाह भी मांगी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगी सीमाएं खोलने के बारे में अपने सुझाव (व्हाट्सएप नंबर 8800007722) पर शुक्रवार की शाम पांच बजे तक दे सकते हैं। वे अपने सुझाव मेल आइडी [email protected] अथवा 1031 पर कॉल करके भी दे सकते हैं।
पहले गौतमबुद्ध नगर ने सीमाएं सील कीं
रविवार को गौतम बुद्ध नगर के जिला प्रशासन ने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी से आने-जाने वाले लोगों के लिए आवागमन बंद रहेगा। सीमा सील करने की घोषणा करते हुए प्रशासन ने कहा था कि जिले में पिछले 20 दिनों के दौरान सामने आए कोरोना केसों में 42 फीसदी मामलों में संक्रमण दिल्ली से फैला।
आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को अनुमति
केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग कहेंगे कि अगर दूसरे राज्यों के लोगों को दिल्ली में आने की अनुमति होगी तो वे बड़ी संख्या में स्वास्थ्य सेवाएं लेंगे। इस वजह से दिल्ली के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाएंगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों के लिए अस्पतालाें में बेडों की कमी नहीं होगी।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र द्वारा दी गई सभी रियायतों को लागू करेगी। नाई की दुकानें और सैलून खोलने की अनुमति होगी लेकिन स्पा अभी बंद रहेंगे। बाकी सभी दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। उनके कामकाज पर किसी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी। शहर में चार पहिया और दो पहिया वाहनों से लोगं के आने-जाने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।